सड़क पर नमाज के विरोध में अलीगढ़ में बीच सड़क पर महाआरती आयोजित

अलीगढ़ में सड़क पर नमाज पढ़े जाने की परंपरा के खिलाफ हिंदूवादी संगठनों ने सड़क पर महाआरती का आयोजन किया है। यह कार्यक्रम हनुमान जी के दिन शनिवार को आयोजित किया गया। इस दौरान सड़क पर हनुमान चालीसा भी पढ़ी गई। 
 

Hanuman Chalisa read in the middle of the road in aligarh uttar Pradesh

अलीगढ़. यहां पक्की सराय स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर पर भाजपा किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार शाम हनुमान जी की महा आरती की। इसमें बीजेपी की पूर्व मेयर शकुंतला भारती भी मौजूद थीं। लोग मंदिर के बाहर सड़क पर ही बैठ कर हनुमान चालीसा और आरती की।  

भाजपा किसान मोर्चा के तनुराग वार्ष्णेय ने कहा कि रोड पर महाआरती करने का मकसद कुछ भी नहीं है। जब मुस्लिम समुदाय रोड पर नमाज पढ़ सकता है तो क्या हम महाआरती नहीं कर सकते? श्रावण मास चल रहा है और इन महीनों में भगवान् का नाम लेना चाहिए। हम किसी की देखा देखी नहीं कर रहे। उनको आजादी है, तो क्या हम हनुमान चालीसा और आरती नहीं कर सकते। 

इस महा आरती में तमाम भाजपाई मौजूद थे। पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने कहा की वो अपनी नमाज पढ़ते हैं, हम महा आरती कर रहे हैं इसमें क्या बुराई की बात है। 

भाजपा महानगर महामंत्री मानव महाजन ने कहा की मीडिया ने शोर मचा रखा है की सड़क पर नमाज। ये मीडिया और जनता को अहसास दिलाना है की नमाज सड़क पर होती है तो एक जनजागरूकता अभियान चले। लोगों के मन में आये तो सही की सड़क रोक कर नमाज पढ़ना क्या है। हिन्दू समाज अगर आरती कर रहा है तो एक सन्देश दे रहा है। हम सड़क नहीं रोकते। इस बहाने में धन्यवाद देता हूँ उन लोगों को जिन लोगों ने परंपरा को चालू किया कि कम से कम एक बहस तो छिड़ी। कोई बोलने वाला नहीं था कि नमाज सड़क पर पढ़ने का क्या मतलब है।  ऐसे ही सड़क मस्जिद में तब्दील हो जाती है। ये बहस छिड़नी चाहिए।  

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