कांग्रेस में फिर मजबूत हुए हुड्डा, बने विधायक दल के नेता

By Team MyNation  |  First Published Nov 2, 2019, 2:59 PM IST

आज प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में हुड्डा को विधायक दल का नेता चुना गया है। राज्य में हुए चुनाव में हुड्डा और शैलजा की जोड़ी ने कांग्रेस को 31 सीटें दिलाई हैं और वहीं कांग्रेस का वोट शेयर भी बढ़ा है। जबकि पिछली बार कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं था। 

चंडीगढ़। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना लिया गया है। हुड्डा कांग्रेस में एक बार फिर मजबूत हो कर उभरे हैं। इससे पहले हुड्डा की जगह किरन चौधऱी को विधायक दल  का नेता  बनाया था। जिसके बाद हुड्डा ने विरोध जताया था।

आज प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में हुड्डा को विधायक दल का नेता चुना गया है। राज्य में हुए चुनाव में हुड्डा और शैलजा की जोड़ी ने कांग्रेस को 31 सीटें दिलाई हैं और वहीं कांग्रेस का वोट शेयर भी बढ़ा है। जबकि पिछली बार कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं था। हालांकि भाजपा ने कांग्रेस से राज्य की सत्ता छिनी थी। जिसमें सीएम हुड्डा ही थे। हालांकि विधायकों ने विधायक दल का नेता चुनने का निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया था।

जिसके बाद ये तय हो गया था कि हुड्डा ही विधायक दल के नेता बनेंगे। सोनिया गांधी ने ही हुड्डा को चुनाव से पहले विधायक दल का नेता और चुनाव समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था। वहीं कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। जिसके बाद  राहुल गांधी के करीबी अशोक तंवर ने कांग्रेस में बगावत कर दी थी। हुडडा जाट बिरादरी से आते हैं। जिसने इस बार कांग्रेस के पक्ष में वोट किया है। पिछले दिनों हुड्डा ने साफ कहा था कि  अगर केन्द्रीय नेतृत्व राज्य के बारे में पहले फैसला  लेता तो कांग्रेस और ज्यादा अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी।

राज्य में कांग्रेस के 31 विधायक जीते हैं। लेकिन वह सरकार बनाने में विफल रही है। राज्य में भाजपा और  जेजेपी ने मिलकर सरकार  बनाई हैं। शुक्रवार को ही प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद कुमारी सैलजा की अध्यक्षता में नवनिर्वाचित विधायकों की पहली बैठक हुई थी। हालांकि शैलजा भी हुड्डा के पक्ष में थी। क्योंकि शैलजा ने विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था।
 

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