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चिनपिंग की पीएम मोदी की मुलाकात से पहले इमरान जाएंगे ड्रैगन की शरण में

Published : Oct 02, 2019, 04:13 PM ISTUpdated : Oct 02, 2019, 04:14 PM IST
चिनपिंग की पीएम मोदी की मुलाकात से पहले इमरान जाएंगे ड्रैगन की शरण में

सार

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग अक्टूबर में भारत की यात्रा में आ रहे हैं। चिनफिंग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चेन्नई के महाबलीपुरम में अनौपचारिक मुलाकात करेंगे। हालांकि इससे पहले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान चीन के दरवाजे पर अपना दुखड़ा सुनाने फिर जाएंगे। हालांकि पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को चीन के सामने पहले भी उठा चुका है और हालांकि चीन ने उसका साथ दिया है। लेकिन इस बार इमरान खान स्वयं वहां जाकर मदद की गुहार लगाएंगे।

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान संयुक्त राष्ट्र में मात खाने के बाद एक बार फिर पाकिस्तान की शरण में जाएंगे। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद के सबसे पाकिस्तान के विदेश मंत्री चीन की यात्रा पर गए थे। हालांकि उससे पहले पाकिस्तान के पीएम भी एक बार चीन गए थे। जहां उन्हें एयरपोर्ट पर लेने के लिए वहां के नगर निगम की एक अफसर पहुंची थी।

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग अक्टूबर में भारत की यात्रा में आ रहे हैं। चिनफिंग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चेन्नई के महाबलीपुरम में अनौपचारिक मुलाकात करेंगे। हालांकि इससे पहले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान चीन के दरवाजे पर अपना दुखड़ा सुनाने फिर जाएंगे। हालांकि पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को चीन के सामने पहले भी उठा चुका है और हालांकि चीन ने उसका साथ दिया है।

लेकिन इस बार इमरान खान स्वयं वहां जाकर मदद की गुहार लगाएंगे। हालांकि इमरान खान चीन से आर्थिक तौर पर  भी मदद मांगेगे। क्योंकि पाकिस्तान आर्थिक तौर पर कंगाल हो चुका है। अब पाकिस्तान को सिर्फ चीन से मदद की उम्मीद है। हालांकि चीन पाकिस्तान में निवेश कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान उससे आर्थिक मदद  चाहता है। इसके बदले वह चीनी कंपनियों को कई तरह की रियायत दे सकता है।

माना जा रहा है कि इमरान खान चीन 8 अक्टूबर को जाएंगे। पिछले एक साल के दौरान इमरान खान की तीसरी बार चीन की यात्रा होगी। हालांकि अभी तक चीन ने पाकिस्तान का कश्मीर के मामले में साथ दिया है। लेकिन दोनों को संयुक्त राष्ट्र में शिकस्त मिली है और चीन से भारत  से साफ कह दिया है कि ये भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है। अगर चीन इस तरह के मुद्दों पर पाकिस्तान का साथ देगा तो भारत भी चीन के कई मुद्दों पर खुलकर विरोध करेगा। मोदी और शी ने पिछले साल चीन के शहर वुहान में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए मुलाकात की थी।

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