स्विस बैंक से काला धन रखने वाले भारतीयों की जानकारी मिलने की प्रक्रिया और तेज हो जाएगी। स्विट्जरलैण्ड के अधिकारियों ने इस बारे में लिखित नोटिस जारी किया है।
स्विस बैंकों में भारतीयों के खातों का जल्दी ही खुलासा शुरु हो जाएगा। स्विजरलैंड के अधिकारियों ने भारतीय काले धनपतियों की जानकारी भारत सरकार को सौंपने के बारे में अहम कार्रवाई शुरु कर दी है।
स्विस अधिकारियों ने एचएसबीसी बैंक में खाता रखने वाले भारतीयों से इस संबंध में लिखित सहमति देने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
यह प्रक्रिया अगस्त 2008 में स्विट्जरलैंड की फेडरल कोर्ट के एक आदेश के बाद शुरु हुई थी। लगभग डेढ़ महीने पहले व्यक्तिगत भारतीय खाता धारकों को स्विस फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से नोटिस भेजा गया था।
इनमें कहा गया है कि भारत की ओर से मांगी गई बैंकिंग डिटेल दोनों देशों के बीच हुए दोहरे कराधान समझौते के तहत आती है। नोटिस में एक अप्रैल 2011 से खातों की जानकारी देने को कहा गया है।
इस आदेश के साथ भारतीय खाताधारकों को एक सहमति पत्र भी भरने को कहा गया है। इसमें लिखा है कि वे भारतीय अधिकारियों ने जो सूचना मांगी है वह देने के लिए वह सहमति देते हैं।
साल 2011 में फ्रांस से भारत को स्विट्जरलैंड के एचएसबीसी बैंक में खाता रखने वाले 628 भारतीयों के नाम मिले थे। इसके बाद साल 2015 में एक खुलासे में 1195 भारतीयों के नाम उजागर हुए थे।
इसके चलते 2006-07 तक स्विस बैंक खातों में भारतीय खाताधारकों के करीब 25420 करोड़ रुपये होने की जानकारी सामने आई थी। इनमें से 85 लोग भारत में रहने वाले थे और इनके खातों में कम से कम एक मिलियन डॉलर खाते में जमा थे।
इससे पहले फ्रांस ने भी एचएसबीसी में तकरीबन 700 भारतीयों के खातों की जानकारी उपब्ध कराई थी।