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दहशत में मसूद अजहर, हर 48 घंटे में ठिकाना बदल रही पाकिस्तानी सेना

Published : May 03, 2019, 06:47 PM IST
दहशत में मसूद अजहर, हर 48 घंटे में ठिकाना बदल रही पाकिस्तानी सेना

सार

ऐबटाबाद में रह रहे जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को अब पीओके के अतमुकाम पहुंचाया गया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने के बाद फिर नए ठिकाने पर भेजने की तैयारी।

पुलवामा हमले का मुख्य साजिशकर्ता और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को किसी बड़ी कार्रवाई का डर सता रहा है। उसे एक दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित किया गया है। ऐसी खुफिया खबरें हैं कि मसूद अजहर हर 48 घंटे में अपना ठिकाना बदल रहा है। पिछले कुछ समय में पाकिस्तानी सेना की सुरक्षा में ऐबटाबाद में रह रहे मसूद अजहर ने फिर अपना ठिकाना बदल लिया है। बताया जाता है कि वह इस समय  अतमुकाम कस्बे में रह रहा है। यह इलाका एलओसी के कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है।

खास बात यह है कि ऐबटाबाद वही जगह है जहां अमेरिका सेना ने एक कार्रवाई में दुनिया के सबसे दुर्दांत आतंकी और अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को ढेर किया था।

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के स्थानीय प्रशासन ने छह दिन पहले ही उसकी लोकेशन बदली थी। उसे पाकिस्तान के एबटाबाद से पीओके के जूरा कस्बे में लाया गया। यह इस्लामाबाद से काफी पास है, ताकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के फैसले के पाद पाकिस्तान सरकार से उसे तुरंत मदद दी जा सके। अब भारतीय खुफिया एजेंसियों को मसूद अजहर के ठिकाने का पता लगाने और लगातार उसकी लोकेशन पर निगाह रखने का काम सौंपा गया है। 

सूत्रों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि मसूद अजहर पिछले कुछ समय से भारत पाकिस्तान सीमा के पास आने की कोशिश में था। वह यहां जैश के आतंकियों को कोई टॉस्क देना चाहता था लेकिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने के बाद उसने यह दौरा रद्द कर दिया। ऐसी खबरें थीं कि वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मई के दूसरे हफ्ते में दो आतंकी लांच पैड पर जाने की फिराक में था।

अब उसके ठिकाने की सूचना पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और सेना के शीर्ष अधिकारियों तक ही सीमित है। सूत्रों के मुताबिक, मसूद अजहर को पाकिस्तानी सेना की ओर से हिदायत दी गई है कि वह कहीं भी बहुत ज्यादा गार्डों के साथ नहीं निकले।

यह भी पढ़ें - मसूद अजहर पर प्रतिबंध भारतीय कूटनीति की बड़ी सफलता: इसे कमतर ना करें

भारत जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र से वैश्विक आतंकी घोषित करवाने में नाकाम रहा है। भारत की इन कोशिशों में अब तक बाधा बन रहा चीन भी इस बार पीछे हट गया और उसने मसूद अजहर को लेकर अपनी तकनीकी रोक हटा ली। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकियों की सूची में डाल दिया।
  
मसूद अजहर को कंधार हाईजैक की घटना के 20 साल बाद प्रतिबंधित आतंकी घोषित किया गया है। दो दशक पहले पाकिस्तानी आतंकियों ने काठमांडू से आ रही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 814 को हाईजैक कर लिया था। इस विमान को तालिबान के कब्जे वाले कंधार ले जाया गया। इस हाईजैक का मकसद भारत की जेल में बंद मसूद अजहर और दूसरे आतंकियों को रिहा कराना था। 

तब छोड़े गए सभी आतंकियों को पाकिस्तान में सुरक्षित पनाह मुहैया कराई गई है। इसके बाद कई वर्षों से ये आतंकी भारत में हमलों की साजिश रचते रहे हैं। मसूद अजहर का जैश-ए-मोहम्मद भारत में साल 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले, साल 2016 के पठानकोट हमले और 2019 के पुलवामा हमले का जिम्मेदार रहा है।
 

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