सोमवार को ही अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में अमेरिका का मिलिटरी जेट क्रैश हो गया था। हालांकि पहले कहा जा रहा था कि ये एक यात्री विमान है और इसे तालिबान ने मार गिराया है। लेकिन बाद में ये पुष्टि हुई कि ये अमेरिकी मिलिटरी का विमान था। अब ईरानी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि क्रैश विमान में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी को मारे जाने की योजना बनाने वाले सीआईए का एक एजेंट भी था।
नई दिल्ली। ईरान की मीडिया में खबरें चल रही हैं और दावा किया जा रहा है कि अफगानिस्तान में क्रैश हुए प्लेन में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के सूत्रधार सीआईए के एक टॉप सीक्रेट एजेंट की भी मौत हुई है। जिसने सुलेमानी को मारने की मुहिम में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि ईरान की सरकार की तरफ से इसके लिए कोई बयान नहीं आया है और न ही अमेरिका ने इस दावे की पुष्टि की है। इस एजेंटे ने ओसामा बिन लादेन को भी खोजने में अहम भूमिका निभाई थी।
सोमवार को ही अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में अमेरिका का मिलिटरी जेट क्रैश हो गया था। हालांकि पहले कहा जा रहा था कि ये एक यात्री विमान है और इसे तालिबान ने मार गिराया है। लेकिन बाद में ये पुष्टि हुई कि ये अमेरिकी मिलिटरी का विमान था। अब ईरानी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि क्रैश विमान में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी को मारे जाने की योजना बनाने वाले सीआईए का एक एजेंट भी था। इस एजेंटे का नाम माइकल डि'एंड्रिया है।
जिसने कासिम को मार गिराने में कई खुफिया जानकारी अमेरिका दी थी। जिसके बाद अमेरिकी सेना ने उसे मार गिराया था। कासिम को मारे जाने के बाद ईरान और अमेरिका के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए हैं ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की बात कही है। गौरतलब है कि कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की बात कही थी। वहीं ईरान पिछले कई दिनों से इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों और दूतावास को निशाना बना रहा है। ईरान कई राकेट दूतावास और सैन्य ठिकानों पर गिरा चुका है।
हालांकि अभी तक ये पुष्टि नहीं हुई है कि उस क्रैश विमान में अमेरिकी एजेंट थे। लेकिन तालिबान ने पहले दावा किया था कि उसने अमेरिका का यात्री विमान गिरा दिया है। लेकिन बाद में अमेरिका ने माना कि ये एक मिलिटरी विमान था जो अफगानिस्तान में अमेरिकी बेस के नजदीक क्रैश हुआ था।
हालांकि इस विमान क्रैश में कितने लोगों की मौत हुई है। ये अमेरिका ने नहीं बताया है। लेकिन पेंटागन ने स्वीकार किया है कि ये ई-11ए विमान है। बताया जा रहा है कि डि'एंड्रिया ने ही ओसामा को खोजने में अमेरिका सेना की मदद की थी और उन्हें ड्रोन के मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है।