कमलनाथ ने भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, 'महिलाओं को कोटा और सजावट के आधार पर टिकट नही दिया जाता'। दरअसल भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कमलनाथ पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
भोपाल--कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों अपने बयानों के कारण लगातार विवाद में घिरते जा रहे हैं। उनके बयान इस समय मध्यप्रदेश के चुनाव में लगातार सुर्खियों में रह रहे हैं। कभी वो टिकट बंटवारे पर दागी लोगों को टिकट देने की वकालत करते हुए दिख रहे हैं, तो कहीं आरएसएस को लेकर उनके बयान विवाद खड़ा कर रहे हैं। अभी ये सारे विवाद ठंडे भी नहीं हुए थे कि कमलनाथ के एक और बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है।
कमलनाथ ने भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, 'महिलाओं को कोटा और सजावट के आधार पर टिकट नही दिया जाता'। दरअसल भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कमलनाथ पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उसी दौरान उनसे एक पत्रकार ने टिकट वितरण में महिलाओं की कम भागीदारी पर सवाल पूछा तो कमलनाथ ने जवाब दिया, 'देखिए जो जीतने वाली महिलाएं थीं उनको हमने टिकट दिया है, केवल कोटा और सजावट के लिए हम उस रास्ते मे नहीं गए'।
कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए करीब 27 महिलाओं को टिकट दिया है। जो कुल उम्मीदवार का लगभग लगभग 10 फीसदी और इसी को लेकर पत्रकारों ने कमलनाथ से सवाल किया था।
कमलनाथ के बयान पर शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमलनाथ के बयान से उन्हें हैरानी भी हो रही है और दुख भी. राजगढ़ ज़िले में बुधवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि 'आज मैंने देखा कमलनाथ जी को कहते हुए। मुझे आश्चर्य भी हुआ और दुख भी। वो बोल रहे हैं टिकट के बारे में कि मैं सजावट के लिए महिलाओं को टिकट नहीं देता हूं। कमलनाथ, ये माताएं-बहने, ये हमारी बेटियां, ये भारत की संस्कृति में सजावट नहीं हैं। ये गांगा-गीता-गायत्री हैं, सीता-सत्या-सावित्री हैं, दुर्गा-लक्ष्मी-सरस्वती हैं।'
कमलनाथ के बयान पर शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर भी कांग्रेस को घेरा और लिखा, 'मध्य प्रदेश की धरती माताओं-बेटियों और बहनों का सम्मान करने वालों की धरती है. बेटियों के पांव धो कर उस पानी को मैं माथे से लगाता हूं लेकिन बहनों को सजावट की चीज़ कह कर कांग्रेस उनका अपमान करती है। महिलाओं कि इज्जत ना करे तो ऐसी कांग्रेस को क्यों लाना?।