राज्य में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद ये युवा देश की सेना के हिस्से बने हैं। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर लाइट इंफ़ेन्ट्री रेजीमेंट की शुरूआत 1947 में हुई थी जब पाकिस्तानी घुसपैठियों ने भारत में हमला किया था और उस वक्त घुसपैठियों को रोकने के लिए इसका गठन किया गया था और यह रेजीमेंट 1972 में भारतीय सेना का अभिन्न अंग बनी थी।
श्रीनगर। आतंक को पनाह देने वाले वाले और कश्मीर पर दुनियाभर में बेइज्जत हो चुके पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर के लोगों ने करार तमाचा मारा है। जम्मू कश्मीर लाइट इंफ़ेन्ट्री रेजीमेटंल सेंटंर श्रीनगर में आज पासिंग आउट परेड में राज्य के 575 युवाओं ने देश की रक्षा की शपथ ली है। फिलहाल सेना का कहना है कि ये बदलते कश्मीर की तस्वीर है और राज्य में युवाओं के लिए लगातार भर्ती की जाएगी।
आज जम्मू कश्मीर के 575 नौजवान भारतीय सुरक्षा बल का हिस्सा बने और इस मौके पर इन लोगों के घर वालों ने काफी खुशी जताई। इसका कहना था कि भारतीय सेना का हिस्सा बनना इनका समपना था। जो आज पूरा हुआ है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर के 575 युवाओं को हिंदू, मुस्लिम, सिख, बौद्ध धर्म के धर्मगुरुओं ने शपथ दिलाई।
जम्मू कश्मीर लाइट इंफ़ेन्ट्री रेजीमेटंल सेंटर में बलिदानम् वीरं लक्षणम् और भारत माता के नारे गूंज रहे है और घाटी के युवा तिरंगे को सलाम कर रहे थे। दिलचस्प ये है कि राज्य में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद ये युवा देश की सेना के हिस्से बने हैं।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर लाइट इंफ़ेन्ट्री रेजीमेंट की शुरूआत 1947 में हुई थी जब पाकिस्तानी घुसपैठियों ने भारत में हमला किया था और उस वक्त घुसपैठियों को रोकने के लिए इसका गठन किया गया था और यह रेजीमेंट 1972 में भारतीय सेना का अभिन्न अंग बनी थी।
भारतीय सेना के इस रेजिमेंट का हिस्सा बने के बाद इन सैनिकों ने कहा कि राज्य के युवा देशहित में आगे आएं भारतीय सेना में शामिल हों। वहीं भारतीय सेना के लेफ़्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने कहा कि राज्य में लगातार भर्ती चलती रहेगी और ये बदलते कश्मीर की तस्वीर है। इन युवाओं के परिजन भी इस मौके पर उपस्थित थे। उन्होंने अपने बच्चों पर गर्व करते हुए कहा कि अब वह भारतीय सेना के सदस्य बन गए हैं।