पाकिस्तान में सिख लड़की को बंदूक की नोक पर जबरदस्ती मुसलमान बनाने के मामले में पाकिस्तान सरकार का झूठ एक बार फिर से बेनकाब हुआ है। लड़की के भाई ने एक वीडियो जारी करके यह साफ कर दिया है कि बहन अब तक नहीं लौटी है और ना ही किसी मजहबी गुंडे की गिरफ्तारी की गई है। यही नहीं पिता और भाी को धमकियां भी दी जा रही हैं।
नई दिल्ली: लाहौर के ननकाना साहिब इलाके से अगवा हुई गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी की बेटी के मामले में इमरान सरकार झूठ पर झूठ बोले जा रही है। लड़की के घरवालों ने साफ कर दिया है कि उनकी बेटी अभी भी घर नहीं लौटी और ना ही इस मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई है। यही नहीं लड़की को अगवा करने वाले इस्लामी गुंडे इतने बेखौफ हैं कि वह भाई और पिता का भी धर्म परिवर्तन कराने की धमकी दे रहे हैं।
लड़की के परिजनों ने उन मीडिया रिपोर्ट को गलत बता दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि लड़की को परिजनों को सौंप दिया गया है और इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। लड़की के परिजनों ने प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल बाजवा से मदद की गुहार लगाई है। दरअसल, यहां शुक्रवार को गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी की बेटी को बंदूक दिखाकर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराकर मुस्लिम लड़के से शादी कराने का मामला सामने आया था।
मदद के लिए लगाई थी गुहार
खुद को लड़की का भाई बताने वाले मनमोहन सिंह नाम के शख्स का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो कह रहा है कि अगवा लड़की मेरी बहन है। उसे धमकी दी गई कि अगर इस्लाम कबूल नहीं किया तो भाई और पिता की हत्या कर दी जाएगी। उसने प्रधानमंत्री इमरान खान और आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से मदद की अपील की थी।
"लड़की को वापस नहीं किया तो कर लेंगे आत्मदाह"
जगजीत कौर के परिवार ने कहा था कि अगर लड़की को छोड़ा नहीं गया तो वे आत्मदाह करेंगे। जगजीत कौर के भाई सुरिंदर सिंह ने कहा, "27 अगस्त को कुछ गुंडे जबरन हमारे घर में घुस गए और लड़की का अपहरण कर लिया। उन्होंने उसे मारा और जबरन इस्लाम में परिवर्तित कर दिया।"
"शिकायत वापस लेने की धमकी दी"
उन्होंने कहा था, "हम शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन गए। कई अधिकारियों से मुलाकात की, लेकिन उन्होंने हमारी शिकायत नहीं सुनी। गुंडे फिर से हमारे घर आए और हमें अपनी शिकायत वापस लेने के लिए धमकी दी और कहा हमें भी इस्लाम अपनाना पड़ेगा।" जगजीत कौर के दूसरे भाई मनमोहन सिंह ने कहा, "गुंडों ने परिवार को धमकी दी कि अगर हम शिकायत वापस नहीं ली तो हमें मार दिया जाएगा। मैंने प्रधानमंत्री इमरान खान और थल सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मदद की अपील की है।"