जानें तक क्या हुआ जब योगी को मालूम चला कि दिल्ली से पैदल ही घरों को लौट रहे थे 1000 से ज्यादा लोग..

By Team MyNation  |  First Published Mar 26, 2020, 7:19 PM IST

असल में दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत कई औद्योगिक शहरों में कोरोना के कारण तालाबंदी है। जिसके कारण कई लोगों की नौकरी चली गयी है या फिर प्रबंधन ने यहां पर काम करने वालों से अपने घरों को वापस चले जाने को कह दिया है।  हालांकि देशभर में कोरोना के संकट के कारण लॉकडाउन है और इसके कारण न तो बसें चल रही हैं और न ही ट्रेंन चल रही है। जिसके कारण इन लोगों का अपने घरों में पहुंचना मुश्किल हो गया।

लखनऊ। देश के सभी राज्यों में कोरोना का कह जारी है और इससे अछूता दिल्ली और उत्तर प्रदेश भी नहीं है। फैक्ट्रियां और कार्यालय बंद हो गए हैं और लोगों को अपने अपने घऱ जाने का आदेश दे दिया गया है। वहीं यातायात बंद है। लिहाजा ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में काम करने वाले यूपी के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोगों ने पैदल ही अपने घर का सफर तय करने का फैसला किया। करीब एक हजार से ज्यादा लोग पैदल ही अपने घरों को लौटने के लिए निकल पड़े।

इन लोगों के साथ महिलाएं और बच्चे भी थे,लेकिन किसी की फिक्र किए ये लोग पैदल अपने अपने शहरों के लिए निकले और जब इसकी जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने जिला प्रशासन से इन लोगों के खाने पीने की व्यवस्था करने को कहा और इन लोगों को इनके घरों तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था करने को कहा। असल में दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत कई औद्योगिक शहरों में कोरोना के कारण तालाबंदी है। जिसके कारण कई लोगों की नौकरी चली गयी है या फिर प्रबंधन ने यहां पर काम करने वालों से अपने घरों को वापस चले जाने को कह दिया है।  

हालांकि देशभर में कोरोना के संकट के कारण लॉकडाउन है और इसके कारण न तो बसें चल रही हैं और न ही ट्रेंन चल रही है। जिसके कारण इन लोगों का अपने घरों में पहुंचना मुश्किल हो गया। लिहाजा 1000 से ज्यादा लोगों ने पैदल ही अपने अपने घरों तक पहुंचने का फैसला किया। कई लोग अपने परिवार और बच्चों के साथ दिल्ली से यूपी की तरफ पैदल ही निकल पड़े।

इस बात की खबर लगते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर के डीएम और एसएसपी को इन लोगों की मदद करने को कहा और आदेश दिया कि इन लोगों की मदद कर इन्हें इनके घरों तक पहुंचाया जाए। सीएम का आदेश मिलते ही डीएम बुलंदशहर और एसएसपी इन लोगों को ढूंढ़ा। इसके बाद इनकी जांच कराकर भोजन मुहैया कराया गया। इसके बाद इन लोगों को बसों का इंतज़ाम कर इन्हें घर भिजवाया।

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