जानिए क्यों अब अखिलेश करेंगे आजम खान पर लगे आरोपों की जांच

By Team MyNationFirst Published Jul 17, 2019, 9:48 AM IST
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आजम खान खान को लेकर समाजवादी पार्टी की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। रामपुर में करीब 30 किसानों ने अजीमनगर थाने में तहरीर दी है। ये सभी किसान अल्पसंख्यक वर्ग है। लिहाजा सपा भी इस मामले में फूंक फूंक कर कदम रख रही है। सपा अभी तक यूपी सरकार की कार्यवाही का विरोध नहीं कर रही है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव रामपुर में सपा सांसद आजम खान के खिलाफ योगी सरकार द्वारा एक के बाद एक किए जा रहे मुकदमों की जांच करेंगे। इसके लिए अखिलेश यादव ने एक समिति बनाई है जो आजम के खिलाफ दर्ज मुकदमों की सच्चाई जानेगी। फिलहाल सबसे ज्यादा विवाद जौहर विश्वविद्यालय के लिए अल्पसंख्यक वर्ग के किसानों की जमीन कब्जाने का है।

असल में आजम खान खान को लेकर समाजवादी पार्टी की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। रामपुर में करीब 30 किसानों ने अजीमनगर थाने में तहरीर दी है। ये सभी किसान अल्पसंख्यक वर्ग है। लिहाजा सपा भी इस मामले में फूंक फूंक कर कदम रख रही है। सपा अभी तक यूपी सरकार की कार्यवाही का विरोध नहीं कर रही है।

फिलहाल आजम पर किसानों की जमीन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कब्जा करने और धमकी देकर हथियाने का आरोप लगा है। आजम के खिलाफ राजस्व निरीक्षक ने रामपुर के अजीम नगर थाने में दर्ज किया है।

जिसके बाद कई किसानों ने आजम पर आरोप लगाया है कि उन्होंने रामपुर के तत्कालीन सिटी सीओ और अपने खास अफसर आलेहसन की मदद से उन्हें प्रताड़ित कर फर्जी दस्तावेजों के लिए उनकी जमीन कब्जाई है। ये जमीन कोसी नदी के किनारे हैं जहां पर आजम खान ने जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण किया है।

हालांकि इस विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर आजम खान पहले से ही विवादों में हैं। क्योंकि रामपुर जिला प्रशासन ने भी उन पर जमीन कब्जाने का मुकदमा दर्ज किया है। लिहाजा चार दिन पहले ही मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के चांसलर और रामपुर से सपा सांसद आजम खां और यूनिवर्सिटी के चीफ सिक्योरिटी आफीसर एवं रिटायर्ड सीओ आले हसन खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

फिलहाल दोनों के खिलाफ पांच दिन में जमीन पर कब्जाने की ये पांचवी रिपोर्ट दर्ज की गई है। फिलहाल अभी तक समाजवादी पार्टी भी आजम के पक्ष में खुलकर नहीं आ रही है। क्योंकि जौहर विश्वविद्यालय का विवाद पहले ही आ चुका है। आजम के इस विश्वविद्यालय का विरोध न केवल कांग्रेस और भाजपा के नेता कर रहे हैं।

सपा के नेता भी इसके खिलाफ हैं। क्योंकि ये सरकारी जमीन पर बना है और इसे राज्य सरकार ने भी मदद दी है। जिसके बाद आजम खान की इस पर कुलाधिपति के तौर पर नियुक्ति के खिलाफ सपा के नेता भी हैं। फिलहाल अजीमनगर थाना क्षेत्र के सींगनखेड़ा का मझरा आलियागंज गांव निवासी कल्लन पुत्र झुंडा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां और पूर्व सीओ आले हसन ने जौहर विवि के लिए उसकी जमीन को कब्जा लिया है।

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