भिखारी हो चुका पाकिस्तान एक तरफ करतापुर साहिब के जरिए अपने देश के आर्थिक हालत सुधारना चाहता है। वहीं वह इसके जरिए अपनी राजनीति साधने की कोशिश कर रहा है। आज पाकिस्तान ने भारतीय तीर्थ यात्रियों के लिए करतारपुर साहिब के दरवाजे खोले। आज उद्घाटन के मौके पर भारतीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया वहीं पाकिस्तान की तरफ से इमरान खान ने इसका उद्घाटन किया।
नई दिल्ली। बेशर्म पाकिस्तान किस स्तर तक गिर सकता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण करतापुर साहिब गुरुद्वारे में देखने को मिला है। क्योंकि पाकिस्तान ने यहां पर बमों की प्रदर्शनी लगाई है। इसके जरिए पाकिस्तान यहां पर आने वाले सिख तीर्थयात्रियों को ये बता रहा है कि युद्ध के दौरान भारत ने गुरुद्वारे को नुकसान पहुंचाने के लिए यहां पर बम गिराए थे।
भिखारी हो चुका पाकिस्तान एक तरफ करतापुर साहिब के जरिए अपने देश के आर्थिक हालत सुधारना चाहता है। वहीं वह इसके जरिए अपनी राजनीति साधने की कोशिश कर रहा है। आज पाकिस्तान ने भारतीय तीर्थ यात्रियों के लिए करतारपुर साहिब के दरवाजे खोले। आज उद्घाटन के मौके पर भारतीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया वहीं पाकिस्तान की तरफ से इमरान खान ने इसका उद्घाटन किया।
लेकिन पाकिस्तान इस उद्घाटन के जरिए अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। उसने करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में बमों को प्रदर्शनी के लिए रखा। क्योंकि पाकिस्तान इसके जरिए घिनौना खेल खेल रहा है। वह बता रहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के दौरान भारत के जहाजों ने करतारपुर पर बम गिराए थे। लेकिन वह बम गुरुद्वारे को नुकसान नहीं पहुंचा पाए थे। इसके जरिए पाकिस्तान सिख यात्रियों के बीच नफरत के बीज बोना चाहता है। हालांकि इसके उद्घाटन से पहले पाकिस्तान इस तरह की हरकतों को कर चुका है। जिसके तहत उनसे इसके उद्घाटन के लिए बनाई गई वीडियो में सिख आतंकियों को महिमामंडित किया।
जिसका भारत सरकार ने विरोध किया था। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने प्रदर्शनी की जगह पर लिखा है कि जंग के वक्त गुरुद्वारे को तबाह करने के लिए इस पर बम गिराया गया था, मगर वाहेगुरुजी के चमत्कार के चलते यह बच गया। पाकिस्तान ने इन बमों को बाकायदा एक खंभे पर बने शीशे के बॉक्स में रखा गया है। हालांकि पाकिस्तान ने जो वीडियो जारी किया है इसमें उसने खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाला समेत 3 आतंकवादियों को दिखाया है। जिसमें पाकिस्तान ने उन्हें हिरो की तरह महिमामंडित किया है।