पुलवामा हमले का असर: भारतीय अधिकारी ने किया पाकिस्तानी अटॉर्नी जनरल से हाथ मिलाने से इनकार

By Team MyNation  |  First Published Feb 18, 2019, 7:16 PM IST

द हेग: पुलवामा में 40 भारतीय जवानों की शहादत से सभी नाराज हैं। चाहे वह आम नागरिक हों या फिर कूटनीतिज्ञ। इसकी एक झलक विदेशी धरती पर भी दिखी। द हेग के आईसीजे में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की पाकिस्तान में अवैध गिरफ्तारी पर चल रही सुनवाई के बाद भारतीय अधिकारी दीपक मित्तल ने पाकिस्तानी अटॉर्नी जनरल से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। 

आईसीजे में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की पाकिस्तान में अवैध गिरफ्तारी पर सुनवाई के बाद भारतीय अधिकारी दीपक मित्तल ने आतंक का समर्थन करने वाले पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल मोहम्मद अनवर मंसूर खान से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया।

मोहम्मद अनवर ने दीपक मित्तल से हाथ मिलाने की कोशिश की, लेकिन मित्तल ने हाथ आगे नहीं बढ़ाया और दोनों हाथ जोड़ लिये। दीपक मित्तल भारत के एजेंट और विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान डिविजन के प्रभारी संयुक्त सचिव हैं।

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आईसीजे में कुलभूषण जाधव मामले में भारत की तरफ से वरिष्ठ वकील पूर्व सॉलीसिटर जनरल हरीश साल्वे पक्ष रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण मामला है जहां एक निर्दोष भारतीय की जिंदगी दांव पर है। पाकिस्तान का पक्ष पूरी तरह से जुमलों पर आधारित है, तथ्यों पर नहीं।’’

उन्होंने कहा कि भारत ने जाधव को राजनयिक से मिलने देने के लिए पाकिस्तान को 13 रिमाइंडर भेजे हैं लेकिन इस्लामाबाद ने अब तक इसकी अनुमति नहीं दी है। 

 पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षाबलों ने तीन मार्च 2016 को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से जाधव को उस समय गिरफ्तार किया था जब वह कथित रूप से ईरान से घुसा था।

जबकि भारत का कहना है कि जाधव का ईरान से अपहरण किया गया जहां उनके नौसेना से सेवानिवृत्ति के बाद कारोबारी हित थे। जाधव की सजा पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।

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