एसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि परिसर में ही कुछ वकीलों ने उनके साथ अभद्रता की। उनसे मोबाइल छीनने का प्रयास हुआ। अभद्रता को लेकर जब पीआरओ विनोद मिश्रा और हमराह दरोगा प्रदीप बीच बचाव करने लगे तो उनके साथ मारपीट की गई।
सीतापुर--उत्तर प्रदेश के सीतापुर में कोर्ट परिसर में पुलिस और वकीलों के बीच जमकर मारपीट हुई। कोर्ट परिसर के अंदर ही वकीलों ने पुलिस अधीक्षक से अभद्रता की। बीच-बचाव कर रहे पीआरओ और हमराह दरोगा को भी नहीं बख्शा गया और उनकी पिटाई की गई।
जिला जज की मध्यस्थता में मामला शांत हो सका। घटना के बाद एसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि आरोपी वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आंख अस्पताल चौराहा स्थित सीतापुर क्लब पर अवैध कब्जा हटाने को लेकर बुधवार दोपहर जिलाधिकारी की ओर से निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी शीतल वर्मा के साथ वे भी मौके पर पहुंचे।
अतिक्रमण हटाकर संचालक अधिवक्ता ओम प्रकाश गुप्ता और रामपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया। मौके से काफी मात्रा में शराब बरामद हुई। इसी के बाद वे मानीटरिंग सेल की मीटिंग में शामिल होने के लिए जिला जज के पास पहुंचे।
एसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि परिसर में ही कुछ वकीलों ने उनके साथ अभद्रता की। उनसे मोबाइल छीनने का प्रयास हुआ। अभद्रता को लेकर जब पीआरओ विनोद मिश्रा और हमराह दरोगा प्रदीप बीच बचाव करने लगे तो उनके साथ मारपीट की गई।
एएसपी महेन्द्र प्रताप चौहान, कई सर्किल अफसर सहित आसपास के कई थानों की पुलिस बुला ली गई। जिला जज राजेन्द्र प्रसाद ने बीच-बचाव कर किसी तरह विवाद को शांत कराया। एसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि कुछ वकीलों ने अपने बर्ताव पर माफी मांगी है लेकिन कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश त्रिपाठी से बात की गई तो उनका कहना है कि बार के किसी भी सदस्य ने कोई माफीनामा नहीं दिया है। प्रशासन अवैध कब्जे को लेकर जो कार्रवाई कर रहा है, उससे उनका कोई मतलब नहीं है। गुस्सा इस बात का है कि वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ पुलिस ने जिस तरह से व्यवहार किया वह गलत था।