पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया गया था। उसके के प्रियंका ने फरवरी में अपना पदभार संभाला। बाद में कांग्रेस ने प्रियंका को लखनऊ में लांच करने का फैसला किया। हालांकि पार्टी को जिस करिश्मे की उम्मीद थी, वह लखनऊ में नहीं दिखा। क्योंकि इसमें उम्मीद के कम भीड़ जमा हुई।
पुलवामा आंतकी हमले के बाद देश की राजनीति में जबरदस्त बदलाव आया है। क्योंकि जिस तरह से केन्द्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक कर कड़ा जवाब दिया। इससे राजनैतिक दल अपनी रणनीति बदलने के लिए मजबूत हो गए हैं। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहले कुंभ में डुबकी लगाकर हिंदू वोटरों की लुभाने की योजना बना रही थी। लेकिन एयर स्ट्राइक के बाद प्रियंका ने अपने ज्यादातर कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है।
जनवरी के आखिरी महीने में प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस का महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया गया था। उसके के प्रियंका ने फरवरी में अपना पदभार संभाला। बाद में कांग्रेस ने प्रियंका को लखनऊ में लांच करने का फैसला किया। हालांकि पार्टी को जिस करिश्मे की उम्मीद थी, वह लखनऊ में नहीं दिखा। क्योंकि इसमें उम्मीद के कम भीड़ जमा हुई। हालांकि प्रियंका को लांचिंग को कांग्रेस ने काफी बढ़ाचढ़ा कर पेश किया। लेकिन सोशल में आये विजुअल के कारण पार्टी की काफी किरकिरी हुई। इसके बाद प्रियंका ने पार्टी को मजबूत करने के लिए स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठकों को शुरू किया।
लेकिन इसके बाद पुलवामा हमले ने कांग्रेस की रणनीति पर पानी फेर दिया। हालांकि प्रियंका और राहुल गांधी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शहीद के घर जाकर श्रद्धांजलि देकर माहौल बनाने की कोशिश तो कि लेकिन विफल रही। हालांकि यूपी में लॉचिंग से पहले ये कहा जा रहा था कि प्रियंका प्रयागराज में हो रहे कुंभ में स्नान करेंगी। ताकि हिंदू वोटरों को लुभाया जा सके। लेकिन प्रियंका कुंभ नहीं गयी। प्रयागराज को कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। असल में प्रियंका के प्रयागराज के कुंभ ने जाने के पीछे सबसे बड़ा कारण मुस्लिम वोटों को नाराज न करना है। क्योंकि एयर स्ट्राइक के बाद बदली तस्वीर के बाद अब कांग्रेस मुस्लिमों पर फोकस कर रही है।
अब एयर स्ट्राइक के बाद सियासी दलों की भी धार कमजोर पड़ गई है। पिछले एक हफ्ते के दौरान प्रियंका का कोई भी कार्यक्रम नहीं हुआ। जबकि प्रिंयका ने कहा था कि वह चुनाव तक राज्य में कार्यकर्ताओं के बीच रहेंगे। प्रियंका प्रयागराज कुंभ में भी डुबकी लगाने नहीं जा सकीं, जबकि आज कुंभ का समापन भी हो गया है। गौरतलब है कि कांग्रेस के नेताओं का दावा था कि प्रियंका गांधी गंगा स्नान करेंगी और उसके बाद वाराणसी, प्रयागराज व गोरखपुर के नेताओं के साथ बैठक भी करेंगी।