नामांकन निरस्त होने के बाद अमीनचंद ने सुसाइड करने तक की धमकी दे डाली। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हालात संभाला। उनके प्रस्तावक ने यह कहते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया कि पूरी जानकारी नहीं थी।
अमरोहा। लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी के अमरोहा जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। नामांकन पत्रों की जांच चल रही थी। जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी अमीनचंद का नॉमिनेशन रद्द हो गया तो कलेक्ट्रेट परिसर में एक आटो ड्राइवर फूट-फूट कर रोने लगा और अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी पर नामांकन निरस्त कराने का आरोप लगाया। पता चला कि वह ड्राइवर ही अमीनचंद है। जिसका नॉमिनेशन निरस्त हुआ है।
नामांकन निरस्त होने के बाद सुसाइड की धमकी
मामला यहीं तक नहीं थमा। नामांकन निरस्त होने के बाद अमीनचंद इतने भावुक हो गए कि उन्होंने सुसाइड करने तक की धमकी दे डाली। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हालात संभाला। खास यह है कि अमीनचंद के प्रस्तावक ने यह कहते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया कि नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर कराए जाने के संबंध में पूरी जानकारी नहीं थी।
प्रस्तावक की वजह से खारिज हो गया नामांकन
यह पूरा मामला हसनपुर इलाके के करनपुर माफी गांव का है। वैसे तो अमीनचंद आटो चलाते हैं। पर चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं। इसीलिए जब लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रकिया शुरू हुई तो मैदान में उतर गए। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। शुक्रवार को नामांकन पत्रों की जांच चल रही थी। उसी दरम्यान उनका पर्चा खारिज कर दिया गया। उसकी वजह भी उनके नामांकन में शामिल प्रस्तावक था।
खुद को प्रस्तावक बनाए जाने की जानकारी से किया इंकार
नामांकन पत्रों की जांच के दौरान प्रस्तावक ने शपथ पत्र देकर खुद को प्रस्तावक बनाए जाने की जानकारी से इंकार कर दिया। कहा कि नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर उसे गुमराह करके कराया गया। आटो ड्राइवर को जब यह बात पता चली तो वह कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे और फिर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। वह प्रतिद्वंदी प्रत्याशी पर नामांकन खारिज कराने का आरोप लगा रहे थे। सुसाइड की धमकियों के बीच पुलिसकर्मियों ने उन्हें शांत कराया।