Lok Sabha Elections: UP CM योगी पर कभी व्यंग्य करने वाले बिहार के पप्पू यादव के आज नहीं थम रहे आंसू

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Apr 5, 2024, 1:47 PM IST

कभी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर संसद में रोने को लेकर व्यंग्य बाण छोड़ने वाले  बिहार के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के आंसू आज थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वजह पूर्णिया से कांग्रेस ने उन्हें टिकट देने से साफ मना कर दिया। नतीजा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने अपना नामांकन दाखिल तो कर दिया है, लेकिन उनके इस फैसले से विवाद उत्पन्न हो गया है।

पटना। कभी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर संसद में रोने को लेकर व्यंग्य बाण छोड़ने वाले  बिहार के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के आंसू आज थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वजह पूर्णिया से कांग्रेस ने उन्हें टिकट देने से साफ मना कर दिया। नतीजा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने अपना नामांकन दाखिल तो कर दिया है, लेकिन उनके इस फैसले से विवाद उत्पन्न हो गया है। उनकी खुद की पार्टी कांग्रेस ने पूर्णिया में राष्ट्रयी जनता दल के प्रत्याशी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। 

पूर्णिया सीट से पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दाखिल किया पर्चा
इंडी गठबंधन के सीट बंटवारे में पूर्णिया लोकसभा सीट आरजेडी के खाते में गई है। आरजेडी ने बीमा भारती को टिकट दिया है। आरजेडी बिहार की 40 में से 26 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस 9 वामदलो को 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। अपना नामांकन दाखिल करने से कुछ क्षण पहले, असंतुष्ट कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा,  कि मैं अपनी आखिरी सांस तक पार्टी के साथ रहूंगा।

कांग्रेस नेता ने शीर्ष नेतृत्व से पूछा 'क्यो मुझे पूर्णिया से भगाया जा रहा'
भावुक नजर आ रहे पप्पू यादव ने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाए और इस बात पर अफसोस जताया कि पूर्णिया का प्रतिनिधित्व करने की उनकी इच्छा व्यक्त करने के बावजूद उन्हें बार-बार टिकट देने से इनकार कर दिया गया। उन्हें इस बात पर आश्चर्य हाे रहा कि उनमें ऐसे कौन से गुण थे, जिनकी वजह से इस तरह का व्यवहार करना पड़ा। खासकर इस क्षेत्र में उनके समर्पण और प्रयासों को देखते हुए। पप्पू यादव ने रोते हुए कहा कि आखिर मुझमें क्या कमी थी? मुझे बार-बार मधेपुरा या सुपौल जाने के लिए क्यों कहा जा रहा था? जबकि कांग्रेस में अपनी पार्टी के विलय से पहले भी मैंने लालू यादव से मुलाकात की थी और कहा था कि मैं पूर्णिया छोड़कर कहीं नहीं जा सकता।

पूर्णिया सीट से 3 बार सांसद रहे हैं पप्पू यादव 
1990 के दशक में पप्पू यादव ने पूर्णिया सीट से 3 बार जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने उनके राजनीतिक कैरियर को खत्म करने की कोशिश की लेकिन पूर्णिया की जनता ने हमेशा उनका साथ दिया है। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने मेरे राजनीतिक करियर को खत्म करने की साजिश रची। पूर्णिया के लोगों ने हमेशा जाति और पंथ से ऊपर उठकर पप्पू यादव का समर्थन किया है। मैं इंडी गठबंधन को मजबूत करूंगा। मैं राहुल गांधी को मजबूत बनाने का संकल्प लेता हूं।

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