पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों की शहादत से मध्य प्रदेश के किसान भी बेहद गुस्से में हैं। झाबुआ जिले के किसानों ने तय किया है कि वह पाकिस्तान को अपना उगाया हुआ टमाटर नहीं भेजेंगे। चाहे वह गोदाम में पड़ा हुए सड़ जाए और उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़े।
मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के किसानों ने जय जवान जय किसान का नारा लगाते हुए सेना के साथ अपनी एकजुटता दिखाई है। वह पुलवामा हमले के बाद पूरी तरह मोदी सरकार के साख खड़े हैं।
झाबुआ के किसानों ने पाकिस्तान को अपना टमाटर भेजने से इनकार कर दिया है। हालांकि किसानों को इससे आर्थिक नुकसान भी होगा। लेकिन देश के लिए वह ये नुकसान उठाने के लिए तैयार हैं।
मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में पेटलावद में एक्सपोर्ट क्वालिटी के टमाटर की खेती की जाती है। जिसका एक्सपोर्ट विदेश में किया जाता है। इस इलाके की पूरी अर्थव्यवस्था टमाटर की खेती पर टिकी हुई है।
हालांकि सच यह है कि किसानों को टमाटर एक्सपोर्ट करने में उन्हें बाजार भाव से चार गुना मुनाफा होता है। लेकिन अब किसानों ने देशहित को मुनाफे के उपर रखने का फैसला किया है।
किसानों ने तय किया है कि वह जिस किसी थोक विक्रेता को अपना टमाटर बेचेंगे उससे इस बात की गारंटी भी लेंगे कि वह टमाटर पाकिस्तान नहीं बेचेगा।
यह भी पढ़िए-- जानिए पुलवामा हमला मामले के पीछे का सच