दो मंजिला घर, बाइक-महंगा स्मार्टफोन, आम नहीं एक भिखारी की है ये संपत्ति, 45 दिन में कमाए इतने लाख रुपये

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Feb 14, 2024, 1:14 PM IST

दो मंजिला घर, जमीन का एक टुकड़ा, बाइक, 20 हजार का स्मार्टफोन। दिन में खुद और बच्चों से भीख मंगवाना और रात के समय पति के साथ बाइक पर घूमना। इंदौर के इस भिखारी के पास सु​ख सुविधाओं के सारे सामान मौजूद हैं। 

इंदौर। एमपी के इंदौर से एक ऐसे भिखारी के बारे में जानकारी सामने आई है, जो लखपति है। महिला भिखारी ने अपने 8 साल की बेटी समेत तीन नाबालिगों को भीख मांगने के लिए मजबूर किया। महिला भिखारी इंद्रा बाई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। एक एनजीओ के मुताबिक, उसके पास दो मंजिला मकान, एक जमीन का टुकड़ा, बाइक और 20 हजार रुपये का स्मार्टफोन है। 45 दिन में उस भिखारी ने 2.5 लाख रुपये जुटाएं।

भीख मांगने के लिए मजबूर करने के आरोप में जेल

महिला भिखारी के खिलाफ बच्चों को भीख मांगने के लिए मजबूर करने और भीख मांगने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। भीख मांगने वाली लड़की को एक एनजीओ को सौंपा गया है। पुलिस के मुताबिक, भीख मांगते वक्त पकड़े जाने के दौरान इंद्रा का बर्ताव उग्र था। उसने एनजीओ की महिला कार्यकर्ता से विवाद किया। उसका कहना है कि भीख मांगना, चोरी करने से बेहतर है। उसने भूख से मरने की जगह भीख मांगने का चुनाव किया।

45 दिन में जुटाएं 2.5 लाख रुपये 

इंदौर को भिक्षुकमुक्त शहर बनाने के लिए गैर सरकारी संगठन ‘प्रवेश' काम कर रहा है। संगठन की अध्यक्ष रूपाली जैन के मुताबिक, इंदौर-उज्जैन रोड के लव-कुश चौराहे पर इंद्रा बाई (40) को भीख मांगते पकड़ा गया। उसके पास से 19,200 रुपये बरामद हुए। उसने 45 दिन में ढाई लाख रुपये जुटाए थे। एक लाख सास-ससुर को भेजा और 50,000 रुपये बैंक एकाउंट में डिपॉजिट किए। 50,000 रुपये की एफडी भी कराई। जैन का दावा है कि यह महिला इंदौर में भीख मांगने वाले 150 पेशेवर लोगों के ग्रुप में शामिल है। राजस्थान में उसका दो मंजिला मकान और जमीन है। उसने अपने पति के नाम से बाइक भी खरीदी है। दिन में भीख मांगने के बाद रात में दोनों उसी बाइक से घूमते हैं।

महाकाल लोक गलियारा बनने से भिखारियों की बढ़ी कमाई

जानकारी के अनुसार, जब से उज्जैन में महाकाल लोक गलियारा बना है। तब से भीख मांगने वाले परिवारों की कमाई में इजाफा हुआ है। ज्यादातर श्रद्धालुओं की गाड़ियां लव—कुश चौराहे के सिग्नल से होकर उज्जैन की तरफ जाती हैं। महिला भिखारी इंद्रा बाई अपने तीन बच्चों के साथ इंदौर में भीख मांगने का काम कर रही थी, जबकि उसके दो बच्चे राजस्थान मे हैं। इंद्रा की 8 साल की लड़की को बाल कल्याण समिति को सौंपा गया है। जबकि उसके 9 और 10 साल के दो लड़के भिक्षावृत्ति उन्मूलन दल को देखकर फरार हो गए।

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