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'महंत' बने सीएम योगी, मंत्रियों को बताया कैसे निभाएं राजधर्म

Published : Aug 22, 2019, 11:23 AM IST
'महंत' बने सीएम योगी,  मंत्रियों को बताया कैसे निभाएं राजधर्म

सार

योगी ने मंत्रियों से कहा कि वह वीवीआईपी कल्चर से दूरी बनाकर रखें, भाषा में संयम, काम में ईमानदारी और व्यवहार में शालीनता रखें। यही राजधर्म है। योगी ने मंत्रियों को बताया कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। उन्होंने साफ कहा कि जनता के बीच जाना होगा और परिणाम देने होंगे। नहीं तो प्रतिकूल परिणामों के लिए तैयार रहें।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर महंत बने। उन्होंने अपने मंत्रियों को राजधर्म कैसे निभाएं और किस तरह जनता से जुड़े, इसके गुर बताए। योगी ने मंत्रियों से कहा कि वह वीवीआईपी कल्चर से दूरी बनाकर रखें, भाषा में संयम, काम में ईमानदारी और व्यवहार में शालीनता रखें। यही राजधर्म है। योगी ने मंत्रियों को बताया कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। उन्होंने साफ कहा कि जनता के बीच जाना होगा और परिणाम देने होंगे। नहीं तो प्रतिकूल परिणामों के लिए तैयार रहें।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने अपने कैबिनेट का विस्तार बुधवार को किया। अब योगी मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 56 हो गई है। योगी कैबिनेट में 18 कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। कैबिनेट विस्तार के योगी आदित्यानाथ ने अपने सहयोगियों के साथ बैठक की। इस बैठक में योगी आदित्यनाथ एक महंत की तरह पेश आए और उन्होंने अपने मंत्रियों को शासन करने के तौर तरीके बताए। ताकि वह जनता के दुख दर्द में शामिल हो सके और अपना राजधर्म निभाएं।

योगी ने मंत्रियों से साफ कहा कि उन्हें वीवीआईपी कल्चर से दूर रहना चाहिए और इससे सरकार के बारे में गलत संदेश जाता है। किसी दौरे पर होटल के बजाए सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरना चाहिए। योगी ने कहा कि मंत्रियों को अपनी भाषा में संयम, काम में ईमानदारी और व्यवहार में शालीनता रखना चाहिए। ऐसा कर वह जनता का विश्वास हासिल करेंगे। सीएम योगी ने साफ कहा कि प्रदर्शन ही कसौटी है और इसके लिए परिणाम देंगे होंगे नहीं तो प्रतिकूल नतीजों के लिए तैयार होना होगा।

सीएम योगी ने ऐसा कह उन पूर्व मंत्रियों की तरफ इशारा किया जिन्हें कैबिनेट से हटा दिया गया है। योगी ने नए मंत्रियों से कहा कि जनता के बीच जाकर भी कम करना पड़ता है| तभी जनता का विश्वास हासिल होता है। इस बैठक में योगी ने बताया कि जिन पांच राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) से कैबिनेट मंत्री क्यों बनाया गया। योगी ने कहा कि महेंद्र सिंह की अगुवाई में ग्राम्य विकास विभाग ने 12 राष्ट्रीय पुरस्कारों में सभी जीते।

जबकि सुरेश राणा के विभाग में गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य का जितना भुगतान हुआ उतना दस सालों में नहीं हुआ। वहीं पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। जबकि अनिल राजभर ने होमगार्ड विभाग में बेहतर कार्य किए तो नीलकंठ तिवारी ने संगठन व सरकार दोनों ही जिम्मेदारियों को बेहतर निभाया। 

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