भगवा अबीर का बहाना बनाकर ममता की पुलिस ने बीजेपी समर्थकों पर कहर बरपाया

By Team MyNation  |  First Published Jun 4, 2019, 12:55 PM IST

सोमवार की शाम को पुरुलिया जिले के बलरामपुर थाना इलाके में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी की जीत की खुशी में जुलूस निकाला था। जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता भगवा रंग का अबीर उड़ाते हुए चल रहे थे। बताया जा रहा है कि हवा में उड़ाए गए अबीर का कुछ हिस्सा जुलूस के साथ चल रह पुलिसकर्मियों पर भी गिर गया। जिसके बाद पुलिस ने अंधाधुंध लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया।

पुरुलिया: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में तब भगदड़ मच गई, जब पुलिस ने बीजेपी समर्थकों पर लाठी चार्ज कर दिया। बताया जा रहा है कि विवाद की वजह भगवा रंग का अबीर था। जिसे कथित रुप से पुलिस पर उछाला गया था। 

लेकिन इस मामूली सी बात पर पश्चिम बंगाल पुलिस के बहादुर जवान इतने नाराज हो गए कि निहत्थे बीजेपी कार्यकर्ताओं पर बेरहमी से लाठियां बरसानी शुरु कर दी। 

बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने कितनी बेरहमी से लाठी चार्ज किया यह आप इस वीडियो में देख सकते हैं। 

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दरअसल सोमवार की शाम को पुरुलिया जिले के बलरामपुर थाना इलाके में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी की जीत की खुशी में जुलूस निकाला था। फतेहपुर गांव से शुरु हुए इस जुलूस के साथ बंगाल पुलिस के जवान भी चल रहे थे। इस जुलूस में बीजेपी कार्यकर्ता भगवा रंग का अबीर उड़ाते हुए चल रहे थे। 

बताया जा रहा है कि हवा में उड़ाए गए अबीर का कुछ हिस्सा जुलूस के साथ चल रह पुलिसकर्मियों पर भी गिर गया। जिसके बाद पुलिस ने दरिंदगी शुरु कर दी। बंगाल पुलिस के जवानों ने अंधाधुंध लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। 

बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि उनकी रैली में गड़बड़ी फैलाने के लिए तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता लाठियां लिए हुए खड़े थे। जिसकी खबर मिलने पर उन्होंने पुलिस को सूचित किया था। लेकिन रैली की सुरक्षा में तैनात जवान अचानक उत्साहित कार्यकर्ताओं के बीच घुस गए। जिसकी वजह से उन्हें भी अबीर लग गया। जिसके बाद उन्होंने बहुत क्रूर तरीके से लाठी चार्ज कर दिया। 

हालांकि पश्चिम बंगाल पुलिस ने बीजेपी नेताओं के आरोप से इनकार किया है। पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक आकाश मघारिया ने कहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों के बालों पर अबीर गिरा था। जिसके बाद मामूली बल प्रयोग किया गया। 

पुलिस का यह भी आरोप है कि यह रैली प्रशासन की अनुमति के बिना निकाली गई थी। 

पुरुलिया से अनिल गिरी की रिपोर्ट

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