मायावती आज ले सकती हैं बड़ा राजनैतिक फैसला, जानें किस पर गिरेगी गाज

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी गठजोड़ हुआ था। राज्य में एसपी ने 37 सीटों और बीएसपी ने 38 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल को भी तीन सीटें दी गयी थी। लेकिन राज्य में गठबंधन को उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली।

Mayawati calls important meeting today in delhi, could take crucial decision

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को मिली हार के बाद बीएसपी प्रमुख मायावती की आज पार्टी नेताओं के साथ अहम बैठक हो रही है। इस बैठक में कई नेताओं पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। वहीं इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वह कोई बड़ा राजनैतिक फैसला ले सकती हैं।

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी गठजोड़ हुआ था। राज्य में एसपी ने 37 सीटों और बीएसपी ने 38 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल को भी तीन सीटें दी गयी थी। लेकिन राज्य में गठबंधन को उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली। हालांकि बीएसपी को चुनाव में फायदा जरूर मिला और उसके दस सांसद चुनाव जीत कर आये।

वहीं एसपी को महज पांच सीटों पर ही जीत हासिल हुई। चुनाव में उम्मीदों के मुताबिक जीत न मिलने के कारण आज बीएसपी चीफ ने दिल्ली में उत्तर प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को बुलाया है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष समेत सभी जोन को-आर्डिनेटर, जिलाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। दो दिन पहले ही मायावती ने कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों और प्रभारियों को बदला है।

ऐसा माना जा रहा है कि मायावती चुनाव में मिली हार के लिए कई पदाधिकारियों को उनके पद से हटा सकती हैं। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक बीएसपी प्रमुख उत्तर प्रदेश में पार्टी के लगातार गिर रहे ग्राफ को लेकर खुश नहीं हैं। क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के महज 19 विधायक ही जीत सके थे।

एसपी के साथ गठबंधन के बावजूद लोकसभा चुनाव में 10 सांसद जीत कर आये। वहीं अन्य प्रदेश में पार्टी का खाता तक भी नहीं खुला था और इससे पार्टी पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खोने का खतरा मंडरा रहा है। फिलहाल मायावती लोकसभा चुनाव के नतीजों से संतुष्ट नहीं हैं और उनके रडार पर पार्टी के करीब तीन दर्जन जोन और जोनल को-आर्डिनेटर हैं। यही नहीं मायावती आज अपने भतीजे आकाश को लेकर भी कोई बड़ा फैसला कर सकती हैं। आकाश को मायावती ने चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं से रूबरू कराया था।
 

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