बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक बार फिर मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली. माया ने कहा कि मीडिया पूर्वाग्रह से ग्रसित है और बसपा के खिलाफ परिवार के मुद्दे पर गंदी राजनीति कर रहा है.
बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक बार फिर मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली. माया ने कहा कि मीडिया पूर्वाग्रह से ग्रसित है और बसपा के खिलाफ परिवार के मुद्दे पर गंदी राजनीति कर रहा है.
असल में बसपा प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश को लेकर मीडिया में चल रही चर्चाओं पर अपनी चुप्पी तोड़ी माया ने कहा कि मीडिया मेरे नौजवान भतीजे को घिनौनी राजनीति का शिकार बनाने की साजिश कर रहा है. ऐसे में मुझे आकाश को बसपा मूवमेंट व संघर्ष से जोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है. हालांकि मायावती पर पहले भी परिवार के आरोप लगते आये हैं. माया अपने भाई और बसपा नेता आंनद के लिए भी विरोधी दलों के निशाने पर आ चुकी हैं. पिछले साल जब राज्य में राज्यसभा के चुनाव हो रहे थे तब उनके भाई का नाम काफी चर्चा में था,
उस वक्त ऐसा माना जा रहा था कि मायावती उन्हें राज्यसभा में भेज सकती हैं. लेकिन परिवारवाद के आरोप से बचने के लिए माया ने अपने करीबी नेता को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया. अब मायावती पर अपने भतीजे आकाश को लेकर परिवार वाद का आरोप लग रहा है. बसपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी में आकाश को सीखने का अवसर प्रदान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हाल में सपा-बसपा के गठबन्धन के बाद देश में दलित विरोधी मानसिकता वाली पार्टियों व उनके नेताओं की नींद उड़ी हुई है.
ऐसे लोग बसपा से सीधी लड़ाई न करने के बजाय अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. इसके अतिरिक्त ये ही लोग टीवी चैनलों से षड्यंत्र कर संकीर्ण व शरारती खबरें प्रसारित कर रहे हैं, ताकि बसपा के शीर्ष नेतृत्व को बदनाम किया जा सके. उन्होंने कहा कि एक न्यूज चैनल ने मेरे भतीजे आकाश को मेरे उत्तराधिकारी के रूप में पेश कर खबर प्रसारित की है. यह सब बसपा विरोधी षड्यंत्र है. वर्तमान में मेरे भतीजे आकाश को घिनौनी राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है.
बसपा प्रमुख ने कहा कि बसपा मूवमेंट के हित में मेरा छोटा भाई आनन्द कुमार हमेशा मेरे साथ रहा है. पार्टी के अधिकतर लोगों के कहने पर आनन्द को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था. बाद में उन्होंने मेरे ऊपर परिवारवाद का आरोप लगने व मिशनरी सोच को ध्यान में रखकर खुद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद भी वह और उनका परिवार बीएसपी मूवमेंट के लिए समर्पित हैं.