फेसबुक और इंस्टाग्राम के यूजर्स को देने पड़ सकते हैं पैसे। Meta ने अपने दो बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और फेसबुक को पेड करने का फैसला किया है। फिलहाल पेड धनराशि कितनी होगी, भारत में यह कब लॉन्च होगा यह तमाम बातें स्पष्ट नहीं है।
दिल्ली। अगर आप फेसबुक और इंस्टाग्राम के फ्रीक्वेंट यूज़र हैं तो आपके लिए ये खबर थोड़ी चिंता जनक है। Meta ने अपने दो बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम (Instagram) को पेड करने का फैसला लिया है मतलब अब फेसबुक और इंस्टाग्राम इस्तेमाल के लिए आपको पेमेंट देना करना होगा।
पेड वर्जन लांच हो सकता है
भारत में रिपोर्ट्स की माने तो META ने ये पॉलिसी फ़िलहाल यूरोप के लिए लागू किया है इसलिए फ़िलहाल भारतीय यूज़र्स के लिए संतोषजनक खबर है। रिपोर्टस के मुताबिक ये दावा किया जा रहा है कि यूरोपियन यूनियन की ओर से ऐडवर्टाइज़मेंट और प्राइवेसी को लेकर बन रहे दबाव के कारण META ने यह फैसला लिया है। ऐसा भी कहा जा रहा है की META फेसबुक और इंस्टाग्राम का पेड वर्जन भारत में भी कुछ दिनों में लॉन्च कर सकती है।
पेड यूज़र्स को नहीं दिखेगा विज्ञापन
कहा जा रहा है यूरोपियन यूनियन वाले देशों के यूजर्स के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम की दो सर्विसेज होंगी जिनमें से एक पेड होगी और दूसरी फ्री होगी। जो यूजर्स फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेड सर्विस को लेगा उसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन नहीं दिखाए जाएंगे। फ्री वर्जन पहले की तरह ही विज्ञापन के साथ काम करेगा। मेटा ने अभी तक अपने इस फैसले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
पेड धनराशि भी नहीं है तय
यह स्पष्ट नहीं है कि ऐप्स के भुगतान किए गए संस्करणों की कीमत कितनी होगी, या कंपनी उन्हें कब लॉन्च कर सकती है। कहा जा रहा हैं कि जो लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम सब्सक्रिप्शन के लिए भुगतान करते हैं, उन्हें ऐप्स में विज्ञापन नहीं दिखेंगे, क्योंकि योजनाएं गोपनीय हैं। इससे मेटा को ई.यू. से गोपनीयता संबंधी चिंताओं और अन्य जांच से बचने में मदद मिल सकती है।
यह भी तय नहीं है कि पेड वर्जन के लिए यूजर्स से कितने पैसे लिए जाएंगे। इसके अलावा एक ही पेड सर्विस के तहत इंस्टाग्राम और फेसबुक दोनों इस्तेमाल किए जा सकेंगे या फिर दोनों के लिए अलग-अलग प्लान लेने होंगे।
कंपनी पर 390 मिलियन यूरो का लगा था जुरमाना
जुलाई में, यूरोपीय संघ की सर्वोच्च अदालत ने मेटा को फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप सहित अपने प्लेटफार्मों पर उपयोगकर्ताओं के साथ-साथ बाहरी वेबसाइटों और ऐप्स से एकत्र किए गए डेटा को संयोजित करने से प्रभावी रूप से रोक दिया था ,जब तक कि उसे उपयोगकर्ताओं से स्पष्ट सहमति नहीं मिली। जनवरी में यूज़र्स को फेसबुक का उपयोग करने की शर्त के रूप में वैयक्तिकृत विज्ञापनों को स्वीकार करने के लिए मजबूर करने के लिए आयरिश नियामकों द्वारा कंपनी पर 390 मिलियन यूरो का जुर्माना भी लगाया गया था।
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