विदेश मंत्रालय ने कोरोना महामारी के कारण वैश्विक तालाबंदी के बाद विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को देश में लाने के लिए एक योजना तैयार की है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने एक विस्तृत योजना बनाई है। जिसमें विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने का खाका तैयार किया गया है। मंत्रालय इसके लिए आंकड़ा जुटा रहा है कि किस देश में कितने भारतीय फंसे हुए हैं।
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने विदेशों में फंसे भारतीय को लाने के लिए योजना तैयार की है। इसके लिए विदेश मंत्रालय ने कार्ययोजना तैयार कर ली है और इसकी मंजूरी के बाद इन लोगों को विदेशों से लाने का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके लिए केन्द्र सरकार राज्यों से भी तालमेल कर रही है।
विदेश मंत्रालय ने कोरोना महामारी के कारण वैश्विक तालाबंदी के बाद विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को देश में लाने के लिए एक योजना तैयार की है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने एक विस्तृत योजना बनाई है। जिसमें विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने का खाका तैयार किया गया है। मंत्रालय इसके लिए आंकड़ा जुटा रहा है कि किस देश में कितने भारतीय फंसे हुए हैं। असल में विश्वव्यापी लॉकडाउन के कारण विदेशों में कई भारतीय बेरोजगार हो गए हैं। माना जा रहा है कि लॉकडाउन के बाद ये देश उन्हें देश छोड़ने का आदेश देंगे। मंत्रालय का कहना है कि सरकार ये तय करेगी कि इन व्यक्तियों को पहले क्वारंटिन किया जाएगा या फिर सीधे घर भेजा जाए।
सरकार का कहना है कि कोरोनोवायरस महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण विदेशों में नौकरी पेशा भारतीय नागरिक और छात्र ही नहीं बल्कि वो लोग भी हैं जो अब विदेशों से स्वदेश लौटना चाहते हैं। वहीं सरकार भारतीय राज्यों में हवाई अड्डों पर विशेष उड़ानों की योजना बनाई जा रही है और इसके लिए राज्य सरकार से तालमेल कर रही हैं। गौरतलब है कि कई देशों में लॉकडाउन होने के कारण भारतीय फंसे हैं और आने वाले दिनों में ये भारतीय देश की तरफ रूख कर सकते हैं। क्योंकि ज्यादातर देश नौकरी जाने के बाद भारतीय को वापस भेजेंगे। गौरतलब है कि सरकार लॉकडाउन से पहले विदेशों सैकड़ों की संख्या में प्रवासी भारतीय को ला चुकी है और उन्हें क्वारंटिन करने के बाद घर जाने की इजाजत दी गई।