राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाहक सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा कि हिंदू समाज भीख नहीं मांग रहा है, सरकार को कानून बनाकर राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाना चाहिए।
राम मंदिर के निर्माण की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद की आयोजित धर्मसभा में मंदिर के लिए कानून बनाने की मांग की गयी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाहक सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा कि हिंदू समाज भीख नहीं मांग रहा है, सरकार को कानून बनाकर राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाना चाहिए।
संघ के प्रमुख नेता भैयाजी जोशी ने कहा कि न्यायालय की प्रतिष्ठा बनी रहनी चाहिए। न्यायालय को लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस देश में न्याय व्यवस्था, न्यायालय के प्रति अविश्वास हो उसका उत्थान संभव नहीं, इस पर भी न्यायालय विचार करे। रैली में विहिप के लाखों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को अपने संकल्प को पूरा करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ये संकल्प लिया था कि मंदिर वहीं बनाएंगे और अब वक्त आ गया है कि वह अपने संकल्प को पूरा करें। भाजपा को परोक्ष तौर पर अल्टीमेटम देते हुए जोशी ने कहा कि जो लोग सत्ता में बैठे हैं उन्हें जनभावनाओं का सम्मान करना चाहिए। हम मंदिर मांग रहे हैं कोई भीख नहीं।
वीएचपी की रैली को संबोधित करते हुए भैयाजी जोशी ने कहा कि हमारा किसी से भी संघर्ष नहीं है वह चाहे किसी भी धर्म का हो। उन्होंने कहा कि अगर हिंदू समाज को अगर संघर्ष ही करना होता तो राममंदिर निर्माण के लिए इतनी देर राह नहीं देखते। मंदिर का निर्माण भविष्य में रामराज्य की नींव बनेगा। जोशी ने कहा कि जो लोग देश पर हमला कर रहे हैं उनका निशान मिट जाने चाहिए।
संसद के शीतकालीन सत्र से दो दिन पहले विश्व हिंदू परिषद की रैली में रविवार को लाखों लोग अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग के साथ रामलीला मैदान में जुटे। विहिप का स्पष्ट मत है कि अगर जरूरत पड़े तो केंद्र सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाना चाहिए। उधर रैली को देखते हुए रामलीला मैदान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और ऊंची जगहों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं। इस रैली को सफल बनाने के लिए वीएचपी ने लोगों के घर-घर जाकर प्रचार अभियान चलाया।
गौरतलब है कि संगठन ने मंदिर निर्माण के अपने पूर्व चरण के दौर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्य के राज्यपालों से मुलाकात की थी। अब आने वाले चरण में वे मंदिरों और मठों में धार्मिक अनुष्ठान और प्रार्थना करेंगे। विहिप का कहना है कि मंदिर निर्माण के लिए अंतिम 'धर्म संसद' 31 जनवरी और एक फरवरी को प्रयागराज में आयोजित होगी।
रामलीला मैदान में विश्व हिंदू परिषद के समर्थक आज सुबह से बड़ी संख्या में जुटने शुरू हो गये थे। विहिप कार्यकर्ता हजारों की तादात में कल ही पहुंच गए थे। स्थानीय कार्यकर्ता बाहर से आने वाले कार्यकर्ताओं के नाश्ते और खाने की व्यवस्था में लगे हुए हैं। शहर में ट्रैफिक पुलिस के साथ विहिप के कार्यकर्ता भी दिखाई दे रहे हैं जो वाहन की पार्किंग के लिए मदद कर रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर होनेवाली इस रैली को देखते हुए दिल्ली पुलिस मुस्तैद है। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी हर हरकत पर नजर रखेंगे।
वीएचपी की विशाल रैली को देखकर दिल्ली पुलिस को हाई अलर्ट किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की मांग को लेकर यह रैली की जा रही है। रामलीला मैदान की क्षमता 50 हजार है और यदि पार्किंग स्पेस को बढ़ा दिया जाए तो यह संख्या 1 लाख के करीब हो सकती है। हालांकि, रैली को लेकर दावा किया जा रहा है कि 5 लाख कार्यकर्ता पहुंचेंगे। गौरतलब है कि 25 नवंबर को अयोध्या में विहिप की रैली का आयोजन किया गया था जिसमें दो लाख से ज्यादा विहिप कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया था। इसके अलावा विहिप ने बंगलौर में भी रैली का आयोजन किया था।
दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था के लिए 30 कंपनियां अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के जवानों की तैनात की गई है। इसके साथ ही दिल्ली के ज्यादातर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों को सेंट्रल दिल्ली में तैनात रखने का आदेश पुलिस आयुक्त ने दिया ह और इस पूरे इलाके को 11 जोन में बांट दिया गया है और हर जोन की सुरक्षा की जिम्मेदारी एक एसीपी रैंक के अफसर को दी गई है।