कोरोना संकट में देश में सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज का ऐलान पीएम मोदी नरेन्द्र मोदी ने कल किया और आज वित्तमंत्री सीतारमण आज इसके बारे में विस्तृत तौर पर जानकारी देंगी। लेकिन इस आर्थिक पैकेज के जरिए भारत ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाई है। भारतीय अर्थव्यवस्था 200 लाख करोड़ रुपये की है और केन्द्र सरकार ने 2020-21 के लिए बजट में करीब 30 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए थे।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाई है। कोरोना संकट में देश में सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज का ऐलान पीएम मोदी नरेन्द्र मोदी ने कल किया और आज वित्तमंत्री सीतारमण आज इसके बारे में विस्तृत तौर पर जानकारी देंगी। लेकिन इस आर्थिक पैकेज के जरिए भारत ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाई है। भारतीय अर्थव्यवस्था 200 लाख करोड़ रुपये की है और केन्द्र सरकार ने 2020-21 के लिए बजट में करीब 30 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए थे।
अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया है। इस पैकेज का आकार पाकिस्तान के बजट से छह गुना ज्यादा है। पाकिस्तान ने 2019 में जो बजट पेश किया था वह 7022 बिलियन पाकिस्तानी रुपये का था जबकि पीएम मोदी के द्वारा ऐलान किए गए पैकेज का आकार बीस लाख करोड़ रुपये का है। भारतीय रुपये में यह रकम करीब 3.30 लाख करोड़ है।
पाकिस्तान का एक रुपया का बाजार भाव भारत के 47 पैसे के बराबर है। लिहाजा जिस पैकेज का देश में ऐलान किया गया है। उस धन से पाकिस्तान अगले छह साल तक अपनी अर्थव्यवस्था चला सकता है। पिछले दिनों कांग्रेस के नेताओं ने केन्द्र सरकार से पूछा था कि ट्रिलियन इकॉनोमी में कितने शून्य होते हैं। वहीं पीएम मोदी के ऐलान के बाद सोशल मीडिया में इसको भी लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं। हालांकि आपको बता दें कि 20 लाख करोड़ में 13 शून्य होते हैं।
वहीं देश में कोरोना का संकट है और पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि लॉकडाउन आगे भी जारी रहेगा। लेकिन इसके लिए नए नियम होंगे। फिलहाल पीएम मोदी के ऐलान के बाद पाकिस्तान पर भी दबाव बन गया है। क्योंकि आर्थिक तौर पर पाकिस्तान की स्थिति बहुत खराब है और वहां पर कोरोना संक्रमण के मामले 30 हजार से ज्यादा हो गए हैं। वहीं मरने वालों की संख्या छह हजार से ज्यादा हो गई है। कोरोना संकट के कारण पाकिस्तान में उद्योग बंद हैं।
जिसके कारण पाकिस्तान के उद्योग संगठन भी आने वाले दिनों में आर्थिक पैकेज की मांग कर सकते हैं। वहीं पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने देश में लॉकडाइन का ऐलान इसी ले नहीं किया क्योंकि इमरान को डर था कि देश के आर्थिक हालात और ज्यादा खराब हो सकते हैं। लेकिन पाकिस्तानी सेना ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर देश के कई राज्यों में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। जिसके बाद माना जा रहा है कि इमरान और सेना के बीच संबंध खराब हो गए हैं।