पीएम नरेन्द्र मोदी का ‘मैं हूं चौकीदार’ का चुनावी स्लोगन देश ही नहीं बल्कि विदेशों में धूम मचा रहा है। इसराइल में नौ फरवरी को मतदान हो चुका है, लेकिन वहां पर मोदी की तर्ज पर बनाया गया चुनावी कैंपेन ‘मिस्टर सिक्योरिटी’ काफी चर्चा है।
पीएम नरेन्द्र मोदी का ‘मैं हूं चौकीदार’ का चुनावी स्लोगन देश ही नहीं बल्कि विदेशों में धूम मचा रहा है। इसराइल में नौ फरवरी को मतदान हो चुका है, लेकिन वहां पर मोदी की तर्ज पर बनाया गया चुनावी कैंपेन ‘मिस्टर सिक्योरिटी’ काफी चर्चा है। ये चुनावी स्लोगन भारत के करीबी कहे जाने वाले बेंजामिन नेतन्याहू का है, जो बीजेपी के चौकीदार कैंपेन की ही तरह है।
भारत के साथ ही इसराइल में आम चुनाव हो रहे हैं और आज वहां पर वोटिंग हो चुकी है। भारत के दोस्त माने जाने वाले प्रधानमंत्री और दक्षिणपंथी बेंजामिन नेतन्याहू पांचवी बार मैदान में हैं और उनका मुकाबला सेवानिवृत्त जनरल बेनी गैंट्ज से है। गैंट्ज, नेतन्याहू को सुरक्षा के प्रमुख मुद्दे पर चुनौती दे रहे हैं और साफ-सुथरी राजनीति का वादा कर रहे हैं। वहां चुनाव के दौरान नेतन्याहू ने इसराइल में खुद को मिस्टर सिक्यॉरिटी कहा है। आज इजराइल में वोटिंग हो रही है जबकि भारत में पहली वोटिंग 11 अप्रैल को है।
लेकिन इस चुनाव में दिलचस्प ये है कि वहां के मौजूदा पीएम नेतन्याहू खुद को मोदी की तरह 'चौकीदार' बता रहे हैं और खुद को ‘मिस्टर सिक्योरिटी’ कह रहे हैं। फिलहाल दोनों देशों के मुद्दे एक जैसे हैं। मसलन जिस तरह से भारत में आतंकवाद बीजेपी के लिए बड़ा मुद्दा है वैसे ही वहां पर भी आतंकवाद बड़ा मुद्दा है। भारत में पीएम नरेन्द्र मोदी खुद को चौकीदार बता रहे हैं, तो इसरायल में नेतन्याहू अपने आप को 'मिस्टर सिक्यॉरिटी' कह कर चुनाव लड़े हैं।
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इजराइल में भी हैं विपक्षी दलों ने बनाया है गठबंधन
जिस तरह के भारत में पीएम नरेन्द्र मोदी को हराने के लिए यूपीए गठबंधन बना है उसी तरह से इसराइल में भी नेतन्याहू को हराने के लिए विपक्षी दलों ने गठबंधन बनाया है। पीएम नरेन्द्र मोदी और नेतन्याहू दोनों ही दक्षिणपंथी विचारधारा के हैं। लिहाजा इसराइल में लेफ्ट पार्टियों ने गठबंधन बनाकर नेतन्याहू को टक्कर देने की कोशिश की है। हालांकि भारत की तुलना में इसराइल में सीटें काफी कम है। इजराइल की संसद में 120 सीटें हैं जबकि भारत की संसद में 543 सीटें हैं।