नवजोत सिद्धू का दावा, अमेठी में राहुल गांधी की हार के बाद छोड़ दूंगा राजनीति

By Team MyNation  |  First Published Apr 29, 2019, 1:01 PM IST

लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा के लिए जमकर प्रचार करने वाले नवजोत सिंह ने इस दावे के साथ कि भाजपा में उन्हें नजरअंदाज किया गया कांग्रेस में शामिल होने का काम किया. कांग्रेस में शामिल होने के बाद से कभी राहुल गांधी और कांग्रेस परिवारवाद के आलोचक रहे सिद्धू अब कांग्रेस में गांधी परिवार के नेतृत्व को अहम बताने का काम कर रहे हैं. 

लोकसभा चुनावों में प्रचार के दौरान भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंद्धू ने दावा किया है कि यदि राहुल गांधी आगामी चुनावों में अमेठी लोकसभा सीट से हार जाते हैं तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे. सिद्धू ने यह दावा करते हुए कहा कि अमेठी में भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी राहुल गांधी को चुनौती नहीं दे पाई हैं.

अमेठी में भाजपा प्रत्याशी स्मृति से चुनौती मिलने के बाद वायनाड से चुनाव लड़ने पर सफाई देते हुए नवजोत सिद्धू ने कहा कि राहुल गांधी को एक बार फिर अमेठी की जनता अपना प्रतिनिधी चुनने जा रही है.  

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा के लिए जमकर प्रचार करने वाले नवजोत सिंह ने इस दावे के साथ कि भाजपा में उन्हें नजरअंदाज किया गया कांग्रेस में शामिल होने का काम किया. कांग्रेस में शामिल होने के बाद से कभी राहुल गांधी और कांग्रेस परिवारवाद के आलोचक रहे सिद्धू अब कांग्रेस में गांधी परिवार के नेतृत्व को अहम बताने का काम कर रहे हैं. 

भाजपा के आरोप कि कांग्रेस ने सात दशक तक देश पर राज किया लेकिन इस दौरान उसने विकास को सबसे ज्यादा नजरअंदाज करने का काम किया. इस आरोप पर सिद्धू ने प्रियंका गांधी के बयान कि कांग्रेस कार्यकाल में देश सूई से लेकर हवाई जहाज तक बनाने में महारत पाया है.

हाल ही में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन के चलते चुनाव आयोग ने नवजोत सिंह पर 72 घंटे तक प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी थी. गौरतलब है कि भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हुए सिद्धू कांग्रेस पार्टी के पास एक मात्र विकल्प हैं जिसका इस्तेमाल वह मोदी सरकार की उपलब्धियों पर सवाल उठाने के लिए कर रही है. 

हालांकि राजनीतिक गलियारों में जरूरत से ज्यादा बयानबाजी के लिए मशहूर सिद्धू के इस बयान पर सोशल मीडिया पर राहत भरी प्रतिक्रिया दिखाई दे रही है. सोशल मीडिया पर लोगों का दावा है कि चुनाव नतीजों के बाद देश की राजनीति को नवजोत सिंह सिद्धू से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि अमेठी में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.

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