मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीलंका सरकार इस्लामिक कट्टरपंथ को खत्म करने के लिए कड़ा कानून बनाने पर भी विचार कर रही है।
ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम धमाके के बाद श्रीलंका सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं। देश में सोमवार से किसी भी तरह से चेहरा ढकने पर रोक लगा दी गई है। यानी श्रीलंका में अब बुर्का, नकाब, हिजाब पहनना प्रतिबंधित हो गया है। यह कदम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। सरकार ने यह कदम तब उठाया है जब श्रीलंकाई सांसदों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बुर्के पर बैन लगाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक अन्य बड़े फैसले में श्रीलंका में गैरकानूनी तरीके से तालीम दे रहे मौलवियों को भी देश से बाहर किया जाएगा। सरकार इस्लामिक कट्टरपंथ को खत्म करने के लिए कड़ा कानून बनाने पर भी विचार कर रही है।
श्रीलंका सरकार के अनुसार, 'चेहरा ढकने वाली ऐसी कोई भी चीज जिससे किसी शख्स के पहचान में दिक्कत होती उसे आपातकालीन प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित किया जाता है, यह फैसला राष्ट्रपति द्वारा लिया गया।' राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने ट्विटर पर लिखा, 'ऐसे किसी नकाब के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया जाता है जिससे कि किसी शख्स के पहचान में बाधा पैदा होती हो, ऐसे व्यक्ति राष्ट्रीय और पब्लिक सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं, ये आदेश तुरंत प्रभाव से 29 अप्रैल से लागू होगा।'
इस बीच, मुस्लिम मौलवियों के एक संगठन एसीजेयू ने बयान जारी कर मुस्लिम महिलाओं से अपील की है कि वे अपने चेहरे को ढंकने वाले किसी तरह के नकाब को न पहनें, ताकि सुरक्षा बलों को राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने के उनके प्रयासों में बाधा न हो।
21 अप्रैल को ईस्टर संडे के दिन श्रीलंका में तीन गिरजाघरों, तीनफाइव स्टार होटलों समेत आठ जगहों पर एक के बाद एक धमाके हुए थे। इन आतंकी हमलों में करीब 253 से लोग मारे गए थे और 500 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसके बाद शुक्रवार को पूर्वी प्रांत में सुरक्षाबलों के साथ आतंकियों की मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी ने खुद को उड़ा लिया था। जिसमें 6 बच्चों और 3 महिलाओं सहित 15 लोग मारे गए। घटनास्थल से भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद हुआ था। इन सभी हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
इन देशों में है बुर्के पर प्रतिबंध
चाड, कैमरून, गैबोन, मोरक्को, ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, डेनमार्क, फ्रांस, बेल्जियम और उत्तर पश्चिम चीन के मुस्लिम बहुल प्रांत शिनजियांग में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।