असल में ठाकरे और पवार के बीच तनातनी का सबसे बड़ा मुद्दा कोरेगांव है। जिसकी उद्धव ठाकरे सरकार जांच एनआईए को देने की अनुमति दे दी है। जिसको लेकर शरद पवार काफी नाराज बताए जा रहे हैं। असल में पिछले दिनों ही राज्य सरकार ने कहा था कि कोरेगांव की जांच राज्य की पुलिस करेगी।
मुंबई। महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार में फिलहाल सबकुछ नहीं चल रहा है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच काफी अरसे तनातनी चल रही है। उधर इस बीच महाराष्ट्र में कोरेगांव को लेकर शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच चल रहे विवाद के मद्देनजर एनसीपी प्रमुख एनसीपी कोटे के मंत्रियों की बैठक बुलाई है।
असल में ठाकरे और पवार के बीच तनातनी का सबसे बड़ा मुद्दा कोरेगांव है। जिसकी उद्धव ठाकरे सरकार जांच एनआईए को देने की अनुमति दे दी है। जिसको लेकर शरद पवार काफी नाराज बताए जा रहे हैं। असल में पिछले दिनों ही राज्य सरकार ने कहा था कि कोरेगांव की जांच राज्य की पुलिस करेगी। इसके बाद केन्द्र सरकार ने इसकी जांच का जिम्मा एनआईए को दी थी। इसके बाद एनसीपी चीफ शरद पवार और शिवसेना प्रमुख और राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे के बीच विवाद शुरू हो गया था।
क्योंकि शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के फैसले पर आपत्ति जताई थी। हालांकि राज्य सरकार के तीन सहयोगियों के बीच पिछले कई दिनों से कई मुद्दों पर विवाद चल रहा है। एक दिन पहले ही ठाकरे ने बयान दिया था कि एनपीआर को राज्य में लागू किया जा सकता है। क्योंकि एनपीआर में जनता के खिलाफ कुछ नहीं है। वहीं शरद पवार ने कोरेगांव को लेकर कहा था कि महाराष्ट्र सरकार का केंद्र सरकार के इस फैसले का समर्थन करना भी अनुचित है। वहीं विवादों के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एनसीपी के सभी 16 मंत्रियों की बैठक को बुलाया है। लिहाजा इस बैठक को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।