क्या किसी की मौत की भविष्यवाणी की जा सकती है। सुनने में ये सवाल अटपटा सा लगता है। खासकर तब जब यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से जुड़ा हो। हालांकि उनके मामले में कुछ ऐसा ही हुआ है।
भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं रहे। अब उनके निधन को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। दरअसल, उनके एक खास मित्र ने पहले ही अपनी और वाजपेयी की मौत की भविष्यवाणी कर दी थी।
वाजपेयी के ये खास मित्र थे, हिंदी के महान कवि गोपाल दास 'नीरज'। प्रख्यात कवि एवं गीतकार का इसी साल 19 जुलाई को निधन हो गया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2009 में नीरज ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि उनकी और वाजपेयी के निधन में एक महीने से ज्यादा का अंतर नहीं होगा। हैरानी की बात यह है कि उनका आकलन सही साबित हुआ। नीरज ने 19 जुलाई को अंतिम सांस ली और उसके ठीक 29 दिन बाद अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया।
‘नीरज’और अटल दोनों ने कानपुर के डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की थी। परिचय होने के बाद मिलने-जुलने का सिलसिला शुरू हुआ। कहा जाता है कि नीरज ज्योतिष शास्त्र में भी पारंगत थे। उन्होंने कहा था कि उनकी और अटल की कुंडली काफी मेल खाती है। इसलिए दोनों का अपने-अपने क्षेत्रों में शीर्ष पर जाना तय था। नीरज ने साहित्य एवं कला और गीतकार के तौर पर ख्याति अर्जित की तो वाजपेयी भी भारतीय राजनीति के शिखर पर पहुंचे। वह राजनीति के साथ-साथ एक बेहतरीन कवि भी थे।
दरअसल, ‘नीरज’ने कुंडलियों के आकलन के आधार पर कहा था कि हम दोनों को जीवन के अंतिम पड़ाव में गंभीर रोगों से जूझना पड़ेगा। उनकी ये बात भी सही साबित हुई। ‘नीरज’का जन्म 4 जनवरी, 1925 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के पुरावली गांव में हुआ था। वहीं वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था।