न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की मस्जिद में हुए नरसंहार का हमलावर ब्रेंटन टैरंट पिछले दो साल से हमले की तैयारी कर रहा था। उसने शहर की 2 मस्जिदों में अंधाधुंध फायरिंग कर कम से कम 49 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। टैरंट ने इस हमले को टैरंट ने 17 मिनट तक फेसबुक पर लाइव किया।
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की मस्जिद में हुए नरसंहार का हमलावर ब्रेंटन टैरंट पिछले दो साल से हमले की तैयारी कर रहा था। उसने शहर की 2 मस्जिदों में अंधाधुंध फायरिंग कर कम से कम 49 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। टैरंट ने इस हमले को टैरंट ने 17 मिनट तक फेसबुक पर लाइव किया।
न्यू जीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में 2 मस्जिदों में हुई जबरदस्त फायरिंग में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें हमले को फेसबुक पर लाइव दिखाने वाला मुख्य हमलावर ब्रेंटन टैरंट भी शामिल। टैरंट का जन्म ऑस्ट्रेलिया में हुआ था, अति-दक्षिणपंथी समूहों का सदस्य है। इस हमले में कम से कम 49 लोगों की मौत हुई है। मुख्य हमलावर ने हमले की फेसबुक पर लाइवस्ट्रीमिंग की थी। इस विडियो की शुरुआत में वह 'चलो, पार्टी शुरू करते हैं' कहते हुए सुनाई दे रहा है। फिलहाल चार गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है। उसे मिलाकर कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 1 महिला भी शामिल है।
जो विडियो लाइव किया गया है उसमें शुरुआत में दिखाई देता है कि एक शख्स अल नूर मस्जिद तक गाड़ी चलाकर आता है। गाड़ी को एक स्थान पर रोकने के बाद वह खुद को हथियारों से लैस करता है जिसमें कम से कम एक सेमी ऑटोमैटिक बंदूक शामिल है। इसके बाद वह मस्जिद के अंदर प्रवेश करते हुए कहता है कि 'चलो पर्टी शुरू करते हैं' और तुरंत एक शख्स को दरवाजे पर गोली मार देता है। उधर न्यूजीलैंड हेराल्ड ने हमलावर के फेसबुक लाइव को देखा था। हमलावर तीन मिनट तक मस्जिद के अदंर गोलीबारी करने के बाद मस्जिद के मुख्य दरवाजे से बाहर निकल गया। इसके बाद वह दोबारा मस्जिद के अंदर जाता है और लोगों पर गोलियां चलानी शुरू कर देता है।
कौन है हमलावर ब्रेंटन टैरेंट
इस हमले का मुख्य अभियुक्त ब्रेंटन टैरैंट ऑस्ट्रेलिया का निवासी है और वहां पैदा हुआ है। उसका जन्म एक मध्य आय वर्ग वाले परिवार में हुआ था और वह श्वेत है। उसने 37 पेजों के एक मैनिफेस्टो बनाया है जिसे उसने द ग्रेट रिप्लेसमेंट यानी महान बदलाव का नाम दिया है। वह ऐंटी-इमिग्रेशन और अति-दक्षिणपंथी समूहों का सदस्य है। हमलावर टैरंट ने खुद को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का समर्थक बताया है।