पुलवामा हमलाः एनआईए ने की कार की पहचान, मालिक जैश-ए-मोहम्मद में हुआ शामिल

By ankur sharma  |  First Published Feb 25, 2019, 8:02 PM IST

राष्ट्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, 23 फरवरी को उसने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर ने सज्जाद भट्ट के घर पर छापा मारा था। वह आतंकी संगठन जैश में शामिल हो चुका है। 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उस कार की पहचान कर ली है जिसे पुलवामा हमले के अंजाम देने के लिए आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार ने इस्तेमाल किया था। जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ यह अब तक का सबसे बड़ा हमला था। जांचकर्ताओं के मुताबिक, हमले में इस्तेमाल मारूति इको कार को आखिरी बार जिस शख्स ने खरीदा था, वह भी जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया है। 

एनआईए ने कहा, 'एजेंसी ने पुलवामा हमले की जांच में बड़ी सफलता हासिल की है। घटनास्थल से बरामद कार के अवशेषों के आधार पर एनआईए ने इस गाड़ी के बारे में जरूरी जानकारी जुटा ली है। इसके लिए फोरेंसिक और ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट की भी मदद ली गई।'

जांचकर्ताओं के अनुसार, हमले में इस्तेमाल हुई मारूति इको कार का चेसिस नंबर MA3ERLF1SOO183735 इंजन नंबर G12BN164140 है। साल 2011 में इस  कार को अनंतनाग के हेवैन कॉलोनी के रहने वाले जलील अहमद हक्कानी को बेचा  गया था। इसके बाद करीब सात बार यह कार बेची  गई। अंत में यह कार अनंतनाग के बिजबेहाड़ा के रहने वाले मोहम्मद मकबूल भट्ट के बेटे सज्जाद भट्ट के पास पहुंची। उसने चार फरवरी 2019 को यह कार खरीदी थी। सज्जाद शोपियां के मदरसा स्कूल सिराज-उल-उलूम का छात्र था। 23 फरवरी को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एनआईए की टीम के साथ मिलकर उसके घर पर छापा मारा था। 

एजेंसी का दावा है सज्जाद अपने घर में नहीं मिला और तभी से वह गिरफ्तार से बच रहा है। ऐसी आशंका है कि वह जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक फोटो आई है। इसमें सज्जाद हथियार पकड़े हुए नजर आ रहा है। 

14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के  काफिले पर हुए एक फिदायीन हमले में 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। यह हमला उस समय हुआ जब एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी कार को सुरक्षा बलों के काफिले की एक बस से भिड़ा दिया। इस काफिले में 78 वाहन थे। 

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