एनडीए के घटक दलों के सरकार के साथ बने रहने और विपक्ष के कुछ दलों के सदन से गैरहाजिर रहने की संभावना है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली बहस और वोटिंग को लेकर एनडीए की साझीदार शिवसेना का रुख लगभग साफ हो गया है। शिवसेना सरकार के पक्ष में वोट देगी। इसके लिए पार्टी ने व्हिप जारी करते हुए सभी सांसदों को सदन में उपस्थित रहने को कहा गया है। पार्टी के मुख्य सचेतक चंद्रकांत खैरे की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि सभी सांसद 19 और 20 जुलाई को पूरे समय सदन में उपस्थित रहें।
हाल के दिनों में भाजपा पर कई बार तीखे प्रहार कर चुकी शिवसेना के रुख को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। बहरहाल, पार्टी 2019 का चुनाव एनडीए से अलग होकर लड़ने के रुख पर कायम है। इस बीच, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के भी लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान गैरहाजिर रहने की संभावना है। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके भी अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सरकार का साथ देगी।