लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली बहस और वोटिंग से पहले ही सरकार की राह आसान हो गई है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्ष के दो सांसदों के इस्तीफा मंजूर कर लिया है। बीजू जनता दल के बैजयंत जय पांडा और केरल से कांग्रेस (एम) के सांसद जोस के मणि ने सदन से इस्तीफा दिया है।
सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाली बहस और वोटिंग से पहले लोकसभा का संख्याबल और कम हो गया है। संसद के सूत्रों के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बीजू जनता दल के सांसद बैजयंत जय पांडा और केरल से कांग्रेस (एम) के सांसद जोस के मणि का इस्तीफा बृहस्पतिवार को स्वीकार कर लिया। मणि ने राज्यसभा के लिए नामित होने के बाद लोकसभा से इस्तीफा दिया है। अब सदन का संख्याबल 533 पर आ गया है।
लोकसभा में कुल दस सीटें खाली है। इससे सदन में बहुमत का आंकड़ा 266 होगा। ओडिशा के केंद्रपाड़ा से सांसद पांडा ने 12 जून को सदन से इस्तीफा दिया था। उन्होंने बुधवार को महाजन से मुलाकात कर इस्तीफा मंजूर करने का अनुरोध किया था। बाद में उन्होंने स्पीकर से हुई मुलाकात को लेकर ट्वीट भी किया था।
इस साल जनवरी में बीजू जनता दल ने पांडा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया था।
लोकसभा में शुक्रवार को मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान होगा। स्पीकर ने मानसून सत्र के पहले ही दिन विपक्ष की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था।
यह पिछले 15 साल में किसी सरकार के खिलाफ लाया गया पहला अविश्वास प्रस्ताव है। एनडीए के पास बहुमत है। ऐसे में उसे कोई खतरा नहीं है।