माना जा रहा है कि अगले महीने के 15 जनवरी तक प्याज की नई फसल बाजारों में पहुंच जाएगी। जिसके कारण प्याज की कीमतों में गिरावट आएगी। इसका असर देखने को मिल रहा है। प्याज उत्पादक राज्यों के कई जिलों में किसानों ने नई फसल को बाजार में बेचना शुरू कर दिया है। हालांकि प्याज की बाजार में आवक ज्यादा नहीं है। वहीं भारत को तुर्की और श्रीलंका ने झटका दिया है।
नई दिल्ली। देश में प्याज की कीमत धीरे धीरे कम हो रही हैं। दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में प्याज की कीमत 100 किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। हालांकि श्रीलंका और तुर्की से आने वाला प्याज अब नहीं आएगा क्योंकि इन देशों से भारत को प्याज आयात करने पर रोक लगा दी है। इन देशों का मानना है कि भारत को निर्यात करने के कारण उनके देश में प्याज की कीमतों में तेजी आ सकती है।
माना जा रहा है कि अगले महीने के 15 जनवरी तक प्याज की नई फसल बाजारों में पहुंच जाएगी। जिसके कारण प्याज की कीमतों में गिरावट आएगी। इसका असर देखने को मिल रहा है। प्याज उत्पादक राज्यों के कई जिलों में किसानों ने नई फसल को बाजार में बेचना शुरू कर दिया है। हालांकि प्याज की बाजार में आवक ज्यादा नहीं है। वहीं भारत को तुर्की और श्रीलंका ने झटका दिया है। इन देशों ने भारत को प्याज का आयात रोक दिया है।
माना जा रहा है कि जितने भी करार हुए हैं वह प्याज भारत पहुंचने के बाद नए करार नहीं किए जाएंगे। जिसके बाद भारत में प्याज की नई खेप इन देशों से नहीं आएगी। माना जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्याज की कीमतों में काफी इजाफा हो गया था। जिसके कारण तुर्की ने प्याज के आयात पर रोक लगा दी है। क्योंकि तुर्की को लग रहा है कि वहां के व्यापारी ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में देश का प्याज निर्यात कर देंगे जिसके बाद वहां पर प्याज की कमी हो जाएगी और उसके बाद वहां पर कीमत बढ़ जाएगी।
हालांकि बाजार के जानकारों का कहना है कि भारत में प्याज की जमाखोरी हो रही है और जमाखोर ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में इसको जमा कर रहे हैं। हालांकि भारत की जरूरतों को देखते हुए अफगानिस्तान भारत को प्याज निर्यात कर रहा है। पिछले दिनों ही अफगानिस्तान ने दोस्ती निभाते हुए भारत को प्याज निर्यात किया था और इसके कारण कीमतों में काफी नरमी आई थी। अभी तक विभिन्न देशों के साथ भारत ने 49,500 टन प्याज के आयात का अनुबंध किया है।