एमपी ही नहीं राजस्थान में भी उभर रही है कांग्रेस के भीतर कलह, सचिन और गहलोत आमने सामने

Published : Mar 11, 2020, 06:58 AM IST
एमपी ही नहीं राजस्थान में भी उभर रही है कांग्रेस के भीतर कलह, सचिन और गहलोत आमने सामने

सार

प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होना है। इन तीन सीटों में दो सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत तय है। जबकि एक सीट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच विवाद है। गहलोत अपने करीबी नेता को राज्यसभा भेजना चाहते हैं जबकि सचिन इस बात का विरोध कर रहे हैं।

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस की मुश्किलें पहले से ही बढ़ी हुई है। वहीं अब राजस्थान में  भी राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में कांग्रेस भीतर आपसी कलह उभर रही है। राज्य में कांग्रेस के दो संभावित प्रत्याशियों को लेकर नेताओं विरोध शुर हो गया है।  माना जा रहा है कि जिस प्रत्याशी को लेकर राज्य के सीएम अशोक गहलोत लॉबिंग कर रहे हैं। उसके नाम के लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट को आपत्ति है। 

प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होना है। इन तीन सीटों में दो सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत तय है। जबकि एक सीट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच विवाद है। गहलोत अपने करीबी नेता को राज्यसभा भेजना चाहते हैं जबकि सचिन इस बात का विरोध कर रहे हैं। हालांकि मौजूदा विधायकों की संख्या को देखते हुए कांग्रेस का दो सीटों पर जीतना तय है। जबकि एक सीट पर भाजपा की जीत होनी तय है।

राज्य में इन सीटों के लिए नामांकन 13 मार्च तक होंगे। राज्य से राज्यसभा के लिए कांग्रेस की तरफ से तारिक अनवर, राजीव अरोड़ा, भंवर जितेंद्र सिंह और गौरव वल्लभ प्रत्याशी माने जा रहे हैं। तारिक अनवर कई बार लोकसभा सांसद और राज्यसभा सांसद रह चुके हैं और पिछले साल तक वह एनसीपी में थे।  लेकिन लेकिन इसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। माना जा रहा है मुस्लिम  चेहरा होने के कारण पार्टी तारिक अनवर को राज्यसभा भेज सकती है।

वहीं दूसरे प्रत्याशी राजीव अरोड़ा के बारे में कहा जा रहा है कि राज्य के सीएम अशोक गहलोत उन्हें राज्यसभा में भेजना चाहते हैं। जबकि पायलट खेमा उनके नाम को लेकर बिलकुल सहज नहीं है। अरोड़ा पार्टी के उपाध्यक्ष हैं और वह गहलोत के खास माने जाते हैं और पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रह चुके हैं। इस सिललिले में गहलोत सोनिया गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन अभी तक किसी भी नाम पर कांग्रेस आलाकमान ने सहमति नहीं दी है।

फिलहाल मध्य प्रदेश के प्रकरण को देखते हुए आलाकमान भी खुलकर नहीं बोल रहा है। लेकिन माना जा रहा है कि गुरुवार तक कांग्रेस राज्यसभा के प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर देगी। गौरतलब है कि राजस्थान में राज्यसभा की कुल 10 सीटे हैं और इसमें से नौ सीटें भाजपा व एक कांग्रेस के पास है।  राज्य से भाजपा के तीन राज्यसभा सदस्य विजय गोयल, नारायण पंचारिया व रामनारायण डूडी रिटायर हो रहे हैं और विधायकों की संख्याबल को देखते हुए दो सीटें कांग्रेस को मिलनी तय हैं। जबकि एक सीट पर भाजपा की जीत तय है। हालांकि कांग्रेस की तरह भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है।

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