प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब रात में निकले बनारस की गलियों में

प्रधानमंत्री ने रात में पूरे बीएचयू का भ्रमण किया और उसके बाद बीएचयू कैंपस के अंदर स्थित काशी विश्वनाथ मंदीर में दर्शन पूजन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ थे।

On late night tour, PM Modi inspects development projects in Varanasi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के यूपी दौरे पर हैं इस दौरे के पहले दिन शनिवार को पीएम मोदी पहले आजमगढ़ गए। वहां पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। आजमगढ़ के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री प्रोटोकाल तोड़ते हुए रात में अचानक गेस्ट हाउस से निकले बनारस हो रहे विकास कार्यों को देखा।

प्रधानमंत्री सबसे पहले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय पहुंचे और रात में पूरे बीएचयू का भ्रमण किया। उसके बाद उन्होंने बीएचयू कैंपस के अंदर स्थित काशी विश्वनाथ मंदीर में दर्शन पूजन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ थे।

विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के पश्चात प्रधानमंत्री वाराणसी में हो रहे विकास कार्यों को देखने के लिय सड़क पर निकल गए। पीएम मोदी वाराणसी के लंका, गुरुधाम रविंद्रपुरी, भेलूपुर, मदनपूरा, गोदौलिया, चौक, मैदागिन, लहुराबीर, अंधरापुल, सर्किट हाउस, नदेसर, कैंट रेलवे स्टेशन, लहरतारा होते हुए वापस डीरेका गेस्ट हाउस लौटे। जहां पर उन्होंने रात में विश्राम किया 

इससे पहले पीएम ने वारणसी में रेलवे से जुड़ी कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश और दुनिया में बनारसी कहीं भी रहे, वह अपने संस्कारों को कभी नहीं भूलता है।

पीएम ने कहा कि बदलते हुए बनारस की तस्वीर अब चारों तरफ दिखने लगी है। अब सिर पर लटकते हुए बिजली के तार गायब हो गए हैं। सड़कों पर रोशनी है। पिछले चार साल में बनारस में 10 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का निवेश हो चुका है।

पीएम मोदी ने कहा कि विकास का यह सिलसिला यहीं रुकने वाला नहीं है। पीएम ने इस दौरान पहले की सरकारों पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें काशी का विकास तो दूर, बल्कि विकास में रुकावटें भी पैदा करती थी।

पीएम ने वाराणसी में सिटी गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्क का लोकार्पण किया। इसके जरिये शहर में ‘प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा’ योजना के तहत घरों, वाहनों तथा उद्योगों के लिए पर्यावरण अनुकूल प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की जाएगी।

यह नेटवर्क सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा 755 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किया जा रहा है। कंपनी के मुताबिक वाराणसी सीजीडी नेटवर्क के दायरे में 1535 वर्ग किलोमीटर का इलाका आएगा और इससे 36.76 लाख लोगों को सेवाएं दी जाएंगी।

परियोजना के तहत दो कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) स्टेशनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। ऐसे 18 और स्टेशन आने वाले वर्षों में स्थापित किए जाएंगे। अनुमान है कि इससे वाराणसी शहर में करीब 20,000 वाहनों में ईंधन के रूप में सीएनजी का उपयोग होगा है। शहर में अतिरिक्त, 8000 घरों को पाइप्ड प्राकृतिक गैस (पीएनजी) कनेक्शन से जोड़ने का कार्य पूरा हो गया है जिन्हें मार्च, 2019 तक जोड़ दिया जाएगा। इस परियोजना में लगभग 1 लाख घरों को कवर किए जाने का अनुमान है। वाराणसी सीजीडी परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने 24 अक्टूबर 2016 को किया गया था।

 

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