पाकिस्तान के बलूच नेता और मानवाधिकार कार्यकर्ता अशरफ बलूच ने पीएम नरेन्द्र से गुजारिश की है कि वह अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बलूचिस्तान की आजादी की मांग उठाए। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा हो रहे अत्याचारों को वैश्विक स्तर पर उठाकर पाकिस्तान को बेनकाब रहें। बलूच नेता ने जन्मदिन पर पीएम मोदी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा है कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जन्मदिन की शुभकामनाएं। कृपया बलूचिस्तान के शोषित लोगों को मत भूलिएगा।
नई दिल्ली। पाकिस्तान को कश्मीर में अभी तक कहीं से समर्थन नहीं मिल सका है। लेकिन अब पाकिस्तान के अंदर से ही आजादी की मांग तेज हो रही है। अब बलूच नेता नवाब ब्रहमदाग ने कहा कि बलूचों पर हो रहे अत्याचार और उनकी आजादी के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी संयुक्त राष्ट्र में उनकी आवाज बनें और पूरी दुनिया के सामने उनकी बात रखें।
पाकिस्तान के बलूच नेता और मानवाधिकार कार्यकर्ता अशरफ बलूच ने पीएम नरेन्द्र से गुजारिश की है कि वह अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बलूचिस्तान की आजादी की मांग उठाए। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा हो रहे अत्याचारों को वैश्विक स्तर पर उठाकर पाकिस्तान को बेनकाब रहें। बलूच नेता ने जन्मदिन पर पीएम मोदी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा है कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जन्मदिन की शुभकामनाएं। कृपया बलूचिस्तान के शोषित लोगों को मत भूलिएगा।
बलूच नेता नेकहा कि पाकिस्तान को कश्मीर और अफगानिस्तान पर कब्जा करने का सपना नहीं देखना चाहिए। पाकिस्तान को बलूचिस्तान, सिंध और पश्तूनिस्तान को देखना चाहिए जहां पर पिछले 70 साल से वहां के लोगों पर जुल्म और उत्पीड़न कर रही है। पिछले दिनों ही बलूचिस्तान में पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया था। जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगे थे और आजादी की मांग उठी थी। उन्होंने सोशल मीडिया में एक वीडियो शेयर किया है।
जिसमें लोग 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' लिखते दिख रहे हैं। गौरतलब है कि बुधवार को ही पाकिस्तान ने खैबर पख्तूनख्वा में मार्शल लॉ लागू कर दिया है। ताकि वहां पर उठ रही आजादी की मांग दबायी जा सके। वहीं पाकिस्तान के कई हिस्सों ले लगातार आजादी की मांग उठ रही है और पाकिस्तान कश्मीर पर चिल्ला रहा है। फिलहाल पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान में कई सालों से वहां के लोगों का शोषण कर रही है। विरोध करने वाले कई परिवारों के लोग वहां से गायब हैं और वहां पर आतंकियों को पाकिस्तानी सेना का संरक्षण मिला हुआ है।