भारत में नेता पुलवामा के सबूत मांग रहे हैं और पाकिस्तान के सांसद आंतकी हमले को उनके देश के लिए बेहतरीन समय बता रहे हैं

Siddhartha Rai |  
Published : Mar 16, 2019, 04:58 PM IST
भारत में नेता पुलवामा के सबूत मांग रहे हैं और पाकिस्तान के सांसद आंतकी हमले को उनके देश के लिए बेहतरीन समय बता रहे हैं

सार

पाकिस्तान में विदेश मामलों की कमेटी के प्रमुख मुसाहिद हुसैन सईद ने कहा कि पुलवामा के बाद पाकिस्तान में बेहतरीन समय था जो बीस साल बाद आया था। इस मौके पर पूरा देश एकजुट रहा, जो पूरे देश के लिए सम्मान की बात है। 

पाकिस्तान में विदेश मामलों की कमेटी के प्रमुख मुसाहिद हुसैन सईद ने कहा कि पुलवामा के बाद पाकिस्तान में बेहतरीन समय था जो बीस साल बाद आया था। इस मौके पर पूरा देश एकजुट रहा, जो पूरे देश के लिए सम्मान की बात है। पाकिस्तान सांसद ने कहा कि 1998 में परमाणु परीक्षण के बाद देश में एकजुटता का ये दूसरा मौका है, जब देश में सरकार, सेना, मीडिया और विपक्ष ने स्वर में एकजुटता दिखाई।

हुसैन ने कहा कि इस आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान का समय अच्छा था और ये समय 1998 के परमाणु परीक्षण के बाद आया है। ये शर्मनाक और निंदा करने वाली घटना उस वक्त आयी है, जब पूरा विश्व इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार बता रहा है और पाकिस्तान का सांसद इस घटना की आत्म प्रशंसा कर रहा है। पुलवामा हमले में 44 सीआईपीएफ के जवान शहीद हो गए थे। कुछ समय पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने माना था इस घटना के पीछे पाकिस्तान से संचालित होने वाले जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है और वो पुलवामा की घटना के लिए जिम्मेदार है।

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माय नेशन को सईद के इस भाषण का वीडियो मिला है। राजधानी इस्लामाबाद से पाकिस्तान मुस्लिम लीग के सांसद और महासचिव इमरान सरकार की तारीफ कर रहा है। सांसद वहां की सेना, मीडिया को पुलवामा हमले बाद की स्थिति को संभालने के लिए तारीफ कर रहा है। पाकिस्तान में थैंक टैंक माने जाने वाले इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटिजिक स्टडिज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में 14 मार्च को बोलते हुए सईद ने कहा कि मैं दो-तीन चीजों पर जल्द बातचीत करूंगा। पहले कि फरवरी में पुलवामा में हुए हमले के बाद पाकिस्तान का समय सबसे अच्छा था, जब 1998 के बाद पूरा देश एकजुट दिखा।

इसके बाद पूरा देश एक फैसले पर अडिग रहा। उन्होंने कहा कि परमाणु परीक्षण के बाद पुलवामा के बाद पूरे देश में वैसा ही माहौल था जो 20 साल पहले परमाणु परीक्षण के बाद था। बिडंबना ये है कि जहर उगलने वाले नौकरशाह से राजनेता बने और पूर्व पत्रकार को एमेस्टी इंटरनेशनल ने राजनैतिक बंदी के लिए उन्हें पुरस्कार दिया है। सईद वहां के पाकिस्तान एडमिनिस्ट्रेटिव स्टॉफ में विदेश सेवा के अफसरों को पढ़ाते हैं। लिहाजा उनका नजरिया इसी बात से समझा जा सकता है।
 

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