भारत में रूलाएंगी प्याज की कीमतें तो रोएगा पाकिस्तान भी

By Team MyNation  |  First Published Sep 14, 2019, 7:57 PM IST

कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने के मुद्दे पर पाकिस्तान की बौखलाहट और उनकी साजिश के बाद एमएमटीसी ने इसकी घोषणा की है। पहले एमएमटीसी ने टेंडर में पाकिस्तान को शामिल किया था। लेकिन अब इसमें सुधार कर पाकिस्तान को बाहर कर दिया गया है। क्योंकि एमएमटीसी के टेंडर प्रक्रिया शुरू होने के बाद कई संगठनों ने इसका विरोध किया था।

नई दिल्ली। भारत सरकार ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दिया है। अब भारत पाकिस्तान से प्याज का आयात नहीं करेगा। क्योंकि अकसर बारिश के मौसम में प्याज की कीमतों में जबरदस्त इजाफा होता है। जिसके कारण भारत पाकिस्तान से प्याज को आयात करता था। लेकिन अब भारत पाकिस्तान से प्याज का आयात नहीं करेगा।

असल में भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एमएमटीसी ने अपने टेंडर में पाकिस्तान को बाहर कर दिया है। जिसके बाद कोई भी पाकिस्तान कंपनी इस टेंडर में हिस्सा नहीं ले सकती है। हालांकि पहले एमएमटीसी ने पाकिस्तान समेत कई देशों से प्याज को आयात करने का ऐलान किया था। ताकि प्याज की कीमतों में नियंत्रण रखा जा सके। लेकिन कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने के मुद्दे पर पाकिस्तान की बौखलाहट और उनकी साजिश के बाद एमएमटीसी ने इसकी घोषणा की है।

पहले एमएमटीसी ने टेंडर में पाकिस्तान को शामिल किया था। लेकिन अब इसमें सुधार कर पाकिस्तान को बाहर कर दिया गया है। क्योंकि एमएमटीसी के टेंडर प्रक्रिया शुरू होने के बाद कई संगठनों ने इसका विरोध किया था। एमएमटीसी को 2,000 टन प्याज का आयात करना है और उसने टेंडर जारी कर पाकिसतान, मिस्र, चीन, अफगानिस्तान और अन्य क्षेत्रों से प्याज आयात करने की घोषणा की थी। 
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत से व्यापारिक रिश्तों को तोड़ दिए हैं। जिसके बाद पाकिस्तान भारत से आयात नहीं कर रहा है। हालांकि पिछले दिनों उसने दवाईयों के लिए भारत से आयात करने के लिए नियमों में ढील दी थी।

क्योंकि पाकिस्तान में दवाईयों की कमी हो गई थी। फिलहाल भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं और पाकिस्तान को विश्वभर में किसी भी देश का समर्थन नहीं मिला है। जिसके बाद पाकिस्तान बौखला गया है। हालांकि भारत भी  विदेशों को प्यार का निर्यात करता है। लेकिन बारिश के मौसम में अकसर प्याज का आयात करना पड़ता है।

click me!