दिल्ली पुलिस ने जिन पाकिस्तानी छात्रों को समझा आतंकी, वह कभी भारत आए ही नहीं

By Team MyNation  |  First Published Nov 30, 2018, 5:13 PM IST

दिल्ली पुलिस ने राजधानी दिल्ली में लगे दो कथित जैश-ए-मोहम्मद के कथित आतंकवादियों के पोस्टर को हटा दिया है। दिल्ली पुलिस ने यह कदम एक पाकिस्तानी विश्वविद्यालय द्वारा आपत्ति जताने के बाद उठाया है।

दिल्ली पुलिस ने राजधानी दिल्ली में लगे दो कथित जैश-ए-मोहम्मद के कथित आतंकवादियों के पोस्टर को हटा दिया है। दिल्ली पुलिस ने यह कदम एक पाकिस्तानी विश्वविद्यालय द्वारा आपत्ति जताने के बाद उठाया है। पाकिस्तानी विश्वविद्यालय ने यह दावा किया है कि इन दोनों छात्रों का जैश-ए-मोहम्मद से कोई लेना देना नहीं है। विश्वविद्यालय ने यह भी बताया कि ये दोनों छात्र कभी भारत गए ही नहीं थे।

दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें सूत्रों के हवाले से खबर मिली थी कि दो आंतकवादी हमले की तैयार के साथ दिल्ली आए हुए हैं। सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस एक्शन में आ गई और सूचना प्राप्त करने के बाद दिल्ली पुलिस के विशेष आतंकवाद विरोधी दल ने कारवाई शुरू कर दी। दिल्ली पुलिस ने वह पोस्टर भी हर जगह फैला दिया, जिसमें वे दोनों युवक एक माइलस्टोन पत्थर की टेक लेकर खडे हैं। जिस पर उर्दू में लिखा है दिल्ली 360 किलोमीटर फिरोजपुर 9 किलोमीटर।  

पोस्टर पर दिल्ली पुलिस ने यह भी लिखवाया था कि अगर आमजन इन दोनों पुरुषों को कहीं देखे तो तुरंत पुलिस को सतर्क करें। पोस्टर पर पहाड़गंज पुलिस स्टेशन के स्टेशन ऑफिसर का फोन नंबर भी दिया गया था। हालांकि पोस्टर में यह दावा नहीं किया गया कि दोनों पुरुष आतंकवादी ही थे।

पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर में  के जामिया इमादिया के प्रशासक मुफ्ती जाहिद ने 26 नवंबर को दोनों पुरुषों की नादेम और तैयब के रूप में पहचान की थी। रिपोर्टों के मुताबिक वे उनकी सेमिनरी के छात्र थे और कभी भारत नहीं गए थे।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जहां दोनों ही लड़के मौजूद थे। उसमें मुफ्ती जाहिद ने कहा कि दोनों पिछले कुछ सालों से सेमिनरी के छात्र हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले रायविंड में तब्बली कलीसिया में भाग लेने के लिए वे दोनों लाहौर गए हुए थे और फिर दोनों ध्वजारोहण देखने के लिए गोंडा सिंह सीमा पर गए थे। उन्होंने बताया कि उसके बाद उन दोनों ने एक मील के पत्थर के साथ तस्वीरें ली, जो कि दिल्ली और फिरोजपुर की दूरी को दिखा रहा था और उस तस्वीर को सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। यह रिपोर्ट एक पाकिस्तानी समाचार द्वारा दी गई।

सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत पोस्टरों को हटा दिया। हालांकि दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी, पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने कहा कि उच्च एजेंसियों द्वारा साझा वर्गीकृत इनपुट पर भी संदेह नहीं किया जा सकता था। 

संबंधित एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को बताया कि यह दोनों शख्स परेशानी पैदा कर सकते हैं इसलिए हमने इनके पोस्टर लगाए थे। सूचना मिलते ही हमने पोस्टर हटा दिए हैं। 

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