प्रधानमंत्री मोदी ने फिर से बनाया एक रिकॉर्ड

By Team MynationFirst Published Sep 14, 2018, 6:16 PM IST
Highlights

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को राजकीय अतिथि का दर्जा दिया है। इंदौर में हुए दाऊदी बोहरा समुदाय के कार्यक्रम में शामिल होने माणिकबाग की सैफी मस्जिद पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। 

शुक्रवार को प्रधानमंत्री इंदौर पहुंचे। मौका था दाऊदी बोहरा समुदाय के एक धार्मिक कार्यक्रम का। पीएम ने  यहां सैफी नगर की मस्जिद में धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मुलाकात की। इस मस्जिद में बोहरा समुदाय का नौ दिन चलने वाला कार्यक्रम पिछले बुधवार से शुरू हुआ है।

प्रधानमंत्री ने समुदाय के लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने भारतीय संस्कृति की विशेषता का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय पूरे विश्व को अपना परिवार मानते हैं और यही खासियत दूसरे देशों से उन्हें अलग पहचान देती है।
मोदी ने कहा कि हमें अपने अतीत पर गर्व और वर्तमान पर विश्वास है तथा हम में उज्ज्वल भविष्य को लेकर आत्मविश्वास और संकल्प भी है।   
प्रधानमंत्री ने हजरत इमाम हुसैन की शहादत के स्मरणोत्सव ‘अशरा मुबारका’कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बोहरा समाज के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी प्रवचन कार्यक्रम में कोई प्रधानमंत्री शामिल हो रहा है। शिवराज सरकार ने सैफुद्दीन को राजकीय अतिथि का दर्जा दिया है। 

शनिवार से ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा शुरू हो रहा है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश खुले में शौच की बुरी प्रवृत्ति से जल्द मुक्त होगा। साथ ही उन्होंने देश की जनता से इस अभियान से जुड़ने की अपील की। मोदी ने कहा कि आज हम जिस इंदौर शहर में जुटे हैं, ये तो स्वच्छता के इस आंदोलन का अगुवा है। इंदौर निरंतर स्वच्छता के पैमाने पर देशभर में नंबर 1 रहा है। 

उन्होंने बोहरा धर्मगुरु से कहा कि गरीब और जरुरतमंदो को घर देने का बीड़ा जो आपने उठाया है वह सराहनीय है। मुझे बताया गया है कि आपके प्रयासों की वजह से 11,000 लोगों को अपना घर मिला है। अब तक एक करोड़ से अधिक भाई-बहनों को सरकार ने घर की चाबी सौंपी है। बाकी घरों पर तेज गति से काम चल रहा है।  प्रधानमंत्री ने कहा, इमाम हुसैन के पवित्र संदेश को आपने अपने जीवन में उतारा है और दुनिया तक उनका पैगाम पहुंचाया है। हम पूरे विश्व को एक परिवार मानने वाले, सबको साथ लेकर चलने की परंपरा को मानने वाले लोग हैं।

दाउदी बोहरा समाज की प्रशंसा करते हुए पीएम ने कहा कि यह समाज कोशिश कर रहा है कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए। आप दर्जनों अस्पताल चला रहे हैं। देश में पहली बार सरकार ने स्वास्थ्य को इतनी अहमियत दी है।  गुजरात सरकार के दौरान आप लोगों ने मेरा साथ दिया। बोहरा समाज शांति का संदेश देता है। कुछ सालों पहले कुपोषण से लड़ने के लिए गुजरात सरकार के दौरान मैंने सहयोग मांगा था जिसे उन्होंने हाथोंहाथ लिया और मेरा सहयोग किया। 

पीएम मोदी ने कहा, महात्मा गांधी और सैयदना की मुलाकात ट्रेन में हुई और दोनों के बीच निरंतर संवाद होता रहा। दांडी यात्रा के दौरान महात्मा गांधी सैयदना साहब के घर सैफी विला में ठहरे थे। आजादी के बाद सैयदना साहब ने इस विला को देश को समर्पित कर दिया था।  यहां मुझे अपनापन महसूस होता है। आज भी मेरे दरवाजे आपके परिवारजनों के लिए हमेशा खुले रहते हैं।

पीएम मोदी ने इमान हुसैन को याद किया। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने अमन और शांति के लिए शहीद हुए थे। शांति, सद्भाव, सत्याग्रह और राष्ट्रभक्ति के प्रति बोहरा समाज की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है। अपने देश से अपनी मातृभूमि के प्रति सीख अपने प्रवचनों से देते रहे हैं।

प्रधानमंत्री इससे पहले 23 जून को इंदौर आए थे। प्रधानमंत्री के आने-जाने वाले मार्ग में 20 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थान हैं। इन्हें सुरक्षा के मद्देनजर बंद रखा गया। मस्जिद में प्रवेश के सभी 10 दरवाजों पर एसपीजी और पुलिस का पहरा था।

समारोह के दूसरे दिन बोहरा समाज के दो लाख लोगों ने श्वेतांबर जैन समाज के आग्रह पर पर्युषण पर्व के आखिरी दिन गुरुवार को शाकाहारी भोजन ही किया। जो कि भारत की सांप्रदायिक सद्भावना वाली संस्कृति की एक जिंदा मिसाल है। 

click me!