देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा जारी है। रविवार को ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 26917 पहुंच गई थी। हालत चिंताजनक हैं लेकिन नियंत्रण में है। सरकार का कहना है कि देश में कोरोना संक्रमितों का स्वस्थ होने का प्रतिशत बढ़ रहा है। जो राहत की बात है। देश में लॉकडाउन-2 तीन मई को खत्म हो रहा है। लिहाजा आगे की स्थिति को लेकर सरकार को नई रणनीती बनानी है।
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर आज राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे। पीएम मोदी आज सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे। इस बैठक में तीन मई के बाद की स्थिति को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की जाएगी।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा जारी है। रविवार को ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 26917 पहुंच गई थी। हालत चिंताजनक हैं लेकिन नियंत्रण में है। सरकार का कहना है कि देश में कोरोना संक्रमितों का स्वस्थ होने का प्रतिशत बढ़ रहा है। जो राहत की बात है। देश में लॉकडाउन-2 तीन मई को खत्म हो रहा है। लिहाजा आगे की स्थिति को लेकर सरकार को नई रणनीती बनानी है। देश में औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियां बंद हैं और देश में कोरोना संकट के साथ ही आर्थिक संकट है।
लिहाजा पीएम मोदी आज सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे। माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन में छूट देने पर विचार कर सकती है। जिन राज्यों में हालत अच्छे हैं वहां पर शर्तो के साथ ही लॉकडाउन को समाप्त किया जा सकता है। देश में कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ यह तीसरी वीडियो कॉन्फ्रेंस है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश में इस खतरनाकर महामारी से निपटने के तरीकों को लेकर इस बैठक में चर्चा हो सकती है और वहीं तीन मई के बाद की स्थिति के बाद उभरने वाली समस्याओं पर भी चर्चा की जाएगी। जिन राज्यों में हालत खराब हैं वहां की सरकारें तीन मई के बाद भी राज्यों में लॉकडाउन को जारी रखने के पक्ष में हैं जबकि कुछ राज्य तीन मई के बाद कड़ी शर्तों के बाद लॉकडाउन को समाप्त करना चाहते हैं।
रविवार को ही पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा कि लोगों को सावधान रहने के साथ ही सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ये नहीं सोचना चाहिए कि कोरोना अभी तक आपके शहर, गांव, सड़क या कार्यालय तक नहीं पहुंचा है और ये नहीं पहुंचेगा। ऐसा आत्मविश्वास स्थिति को बिगाड़ सकता है।