पहले कुछ सिपाही हाथ पर काली पट्टी बांधकर विद्रोह किया तो उसे दबाने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाने के की चेतावनी दी। पुलिस वालों ने उसका भी तोड़ निकाल लिया। कार्रवाई से बचने के लिए पुलिसकर्मी हेलमेट पहनकर और चेहरा छिपाकर काली पट्टी लगी तस्वीरे वायरल कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शायद देश का यह सबसे बड़ा राज्य संभलता हुआ नहीं दिख रहा है। मामला है ऐपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की बर्बर हत्या का। जिसके हत्यारोपी यूपी पुलिस के सिपाही प्रशांत चौधरी को उसके साथी सिपाही भारी समर्थन दे रहे हैं।
पहले कुछ सिपाही हाथ पर काली पट्टी बांधकर विद्रोह किया तो उसे दबाने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाने के की चेतावनी दी। पुलिस वालों ने उसका भी तोड़ निकाल लिया। कार्रवाई से बचने के लिए पुलिसकर्मी हेलमेट पहनकर और चेहरा छिपाकर काली पट्टी लगी तस्वीरे वायरल कर रहे हैं। इस बारे में लखऊ पुलिस के पीआरओ ने माय नेशन को बताया कि अभी एसएसपी साहब मीटिंग में हैं।
मामला इतना गंभीर है, कि बिना वजह पुलिस की गोली से मारे गए विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी डरी हुई हैं। क्योंकि उनका घर पुलिस लाइन के बिल्कुल पास ही है। उन्होंने हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के पक्ष में कैंपेन चलाने वालों से अपनी दिल की आवाज सुनने की अपील की है।
लेकिन हत्यारोपी को मिल रहा समर्थन सचमुच अचरज में डालने वाला है। उसकी पत्नी राखी मलिक, जो कि यूपी पुलिस में ही है। उसके अकाउंट में केस लड़ने के लिए 5.28 लाख रुपए इकट्ठा हो गए हैं।
राखी के खाते में 25 सितंबर तक 447.26 रुपए का बैलेंस था। अगले पांच दिन तक उसके खाते में कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ। लेकिन हत्या के अगले ही दिन उसके अकाउंट में पैसे आने लगे। यह राशि 50 रुपए से लेकर 1000 तक की थी। जो कि साढ़े पांच लाख तक पहुंच गया।