बिहार में तेजस्वी की बेरोजगारी विरोध यात्रा पर फिर शुरू हुआ पोस्टर वॉर

By Team MyNationFirst Published Feb 23, 2020, 1:50 PM IST
Highlights

राज्य में काफी अरसे से राजद और सत्ताधारी जदयू के बीच में पोस्टर वॉर चल रहा है। कभी राजद की तरफ से राजधानी और राज्य में पोस्टर लगाए जाते हैं। जिसमें राजद शासनकाल को बेहतर जबकि जदयू के शासन काल को खराब बताया जाता है। वहीं जदयू अपने शासनकाल को सबसे अच्छा बताती है और राजद के शासन काल को घोटाले का दौर बताती है।

पटना। पटना में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव की 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा'  के बीच राजधानी में पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। इसमें तेजस्वी पर तंज कसा गया है और कहा है कि वह बिहार में पिछड़ा वर्ग को निशाना बना रहे हैं। पोस्टर में लिखा गया है कि राजद इस रैली से वोट बैंक की राजनीति के लिए सबसे पिछड़े वर्ग को निशाना बना रहा है।

राज्य में काफी अरसे से राजद और सत्ताधारी जदयू के बीच में पोस्टर वॉर चल रहा है। कभी राजद की तरफ से राजधानी और राज्य में पोस्टर लगाए जाते हैं। जिसमें राजद शासनकाल को बेहतर जबकि जदयू के शासन काल को खराब बताया जाता है। वहीं जदयू अपने शासनकाल को सबसे अच्छा बताती है और राजद के शासन काल को घोटाले का दौर बताती है। वहीं अब राजद नेता तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार के खिलाफ राज्य में बेरोजगारी यात्रा शुरू करने का ऐलान किया है।

जिसके बाद अब राज्य में इसके खिलाफ पोस्टर लग गए हैं। जदयू का कहना है कि राजद यात्रा के जरिए वोट बैंक की राजनीति के लिए सबसे पिछड़े वर्ग को निशाना बना रहा है। इसके लिए स्लोगन दिया गया है कि "हाई-टेक बस तैयार हुआ, अतिपिछड़ा शिकार हुआ," । पोस्टरों में ड्राइवर की सीट पर लालू यादव और बस के आगे की तरफ तेजस्वी यादव को भी दिखाया गया है। वहीं जदयू का कहना है कि तेजस्वी राज्य में जनता के बीच गलतफहमी फैला रहे हैं। वहीं राजद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए  बिहार में बेरोजगारी की स्थिति पर कई सत्ताधारी जदयू से पूछे हैं।

तेजस्वी ने पूछा है कि पिछले 15 सालों में नीतीश सरकार ने कितनी नौकरियां युवाओं को दी हैं। बिहार के कितने करोड़ युवा बेरोजगार हैं? कितने बेरोजगार पंजीकृत हैं?" रोजगार कार्यालय में रोजगार के लिए? सरकार को यह सब जवाब देना चाहिए। गौरतबल है कि 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। पिछले चुनाव में 2015 में, भाजपा ने 53 सीटें जीती थीं, सत्तारूढ़ जदयू ने 71 और राजद ने 80, कांग्रेस ने केवल 27 सीटें जीती थी जबकि जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा केवल 1 और समता पार्टी ने दो सीटें जीती थी।
 

click me!