अजित डोभाल राज्य की हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। अजित डोभाल लोगों से मिल रहे हैं और उनसे बातचीत कर रहे हैं। डोभाल ने सोमवार को राज्य में बकरीद के मौके पर हवाई सर्वे कर स्थिति को समझा। उन्होंने राज्य में लोगों से बातचीत भी की और उनकी समस्याओं को भी समझा। ईद के मौके पर उन्होंने राज्य के लोगों को बधाई दी। लेकिन इसी बीच अजीत डोभाल श्रीनगर के लाल चौक पर भी गए। इसके अपने अलग मायने हैं।
श्रीनगर। क्या केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने श्रीनगर के लाल चौक से झंडा फहराने की तैयारी कर ली है। ये सपना भाजपा के संस्थापक रहे श्यामा प्रसाद मुखर्जी का भी था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए लग रहा है कि इस बार स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल चौक से तिरंगा फहरा सकते हैं। असल में सोमवार को ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने लाल चौक का भी दौरा किया और वहां पर सुरक्षाकर्मियों से भी बातचीत की। जिसके अपने मायने निकाले जा रहे हैं।
एनएसए अजित डोभाल में राज्य में शांति बहाल करने के लिए पिछले चार दिनों से वहीं है। वह राज्य में अनुच्छेद 370 को लागू करने के सूत्रधार भी हैं। लिहाजा उन पर राज्य में शांति बहाल करने और कश्मीर के लोगों में विश्वास पैदा करने की पूरी जिम्मेदारी है।
लिहाजा अजित डोभाल राज्य की हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। अजित डोभाल लोगों से मिल रहे हैं और उनसे बातचीत कर रहे हैं। डोभाल ने सोमवार को राज्य में बकरीद के मौके पर हवाई सर्वे कर स्थिति को समझा। उन्होंने राज्य में लोगों से बातचीत भी की और उनकी समस्याओं को भी समझा। ईद के मौके पर उन्होंने राज्य के लोगों को बधाई दी।
लेकिन इसी बीच अजीत डोभाल श्रीनगर के लाल चौक पर भी गए। इसके अपने अलग मायने हैं। क्योंकि दो दिन बाद देश आजादी का जश्न मनाएगा और राज्य से अनुच्छेद 370 हटने के बाद लाल चौक पर भी तिरंगा झंडा लहराएगा।
लिहाजा कही डोभाल लाल चौक में इसी का मुआयना करने तो नहीं गए थे। क्योंकि पिछले तीन दौरों के दौरान अजित डोभाल ने लाल चौक का रूख नहीं किया। वह कश्मीर में लोगों से मिले और बिरयानी भी खाई। लेकिन लाल चौक नहीं गए।
आज बकरीद के मौके पर वहां उनका जाना बहुत तरह के सवाल छोड़ रहा है। ये भी हो सकता है कि राज्य में शांति का माहौल देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बार लाल चौक से स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण कर सकते हैं। हालांकि इस बार पूरे जम्मू कश्मीर की सभी पंचायतों पर तिरंगा फहराने की बात कही गई है।