लोकसभा चुनाव के बाद इस राज्य में पहली बार एक साथ होंगे पीएम मोदी और राहुल

By Team MyNation  |  First Published Jun 7, 2019, 10:43 AM IST

राहुल गांधी आज पहली बार वायनाड जाएंगे। जहां अपने समर्थकों और जनता को धन्यवाद देंगे। हालांकि लोकसभा चुनाव खत्म हुए दो हफ्ते से ज्यादा हो गया है, लेकिन राहुल गांधी अब वायनाड जाएंगे। राहुल गांधी ने वायनाड सीट से कुल 431770 वोटों से रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस का परंपरागत गढ़ माने जाने वाले अमेठी में राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा था।

केरल की वायनाड सीट से लोकसभा का चुनाव जीते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र जाएंगे। लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए थे जबकि वायनाड से वह बड़े अंतर से चुनाव जीते हैं। दिलचस्प ये है कि राहुल उस वक्त केरल का दौरा कर रहे हैं जब पीएम मोदी भी केरल के दौरान पर आज जा रहे हैं। पीएम मोदी कल केरल के गुरुवायुर के श्री कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे।

जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद पहली बार वायनाड जाएंगे। जहां अपने समर्थकों और जनता को धन्यवाद देंगे। हालांकि लोकसभा चुनाव खत्म हुए दो हफ्ते से ज्यादा हो गया है, लेकिन राहुल गांधी अब वायनाड जाएंगे। राहुल गांधी ने वायनाड सीट से कुल 431770 वोटों से रिकॉर्ड जीत दर्ज की है।

जबकि कांग्रेस का परंपरागत गढ़ माने जाने वाले अमेठी में राहुल गांधी को हार का सामना करना पड़ा था। यहां पर बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को पचास हजार से ज्यादा मतों से हराया। अमेठी का कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। कांग्रेस के इतिहास में राहुल गांधी दूसरे गांधी परिवार के नेता हैं जो अमेठी से लोकसभा का चुनाव हारे हैं, जबकि इससे पहले राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी अमेठी से चुनाव हार चुके हैं।

अमेठी से राहुल गांधी का हारना पार्टी के लिए बड़ा झटका है। वहीं रायबरेली में भी इस बार सोनिया गांधी की जीत का अंतर काफी कम है। फिलहाल राहुल गांधी ने अमेठी से दूरी बनाकर रखी है। उन्होंने वहां की जनता के लिए कोई संदेश अभी तक नहीं दिया है।

जबकि अमेठी में जीत के तुरंत बाद स्मृति ईरानी अमेठी पहुंच गयी थी। हालांकि चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी। लेकिन कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों ने इसके लिए मना कर दिया था।

फिलहाल उनके इस्तीफा का मामला समिति के पास लटका हुआ है। राहुल गांधी का कहना था कि पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार के बाहर का होना चाहिए। उधर कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस के 52 सांसद भारतीय जनता पार्टी से हर मोर्चा लेने के लिए काफी हैं।

click me!