राहुल गांधी दिल्ली में काफी दिनों बाद सक्रिए हुए हैं। नागरिकता कानून और अनुच्छेद 370 को लेकर राहुल गांधी केन्द्र सरकार पर काफी आक्रामक रहे थे। जिसके बाद कांग्रेस को उम्मीद है कि राहुल गांधी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे। फिलहाल राहुल गांधी ज्वलंत मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरेंगे।
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में सक्रिय रहने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब राज्यों में सक्रिय होंगे। वह राज्यों में रैली कर केन्द्र सरकार के खिलाफ जनता को जागरूर करेंगे। इसकी शुरूआत राहुल गांधी कांग्रेस शासित राज्यों से करेंगे। लिहाजा इसके लिए पहली रैली 28 जनवरी को जयपुर में करेंगे।
राहुल गांधी दिल्ली में काफी दिनों बाद सक्रिए हुए हैं। नागरिकता कानून और अनुच्छेद 370 को लेकर राहुल गांधी केन्द्र सरकार पर काफी आक्रामक रहे थे। जिसके बाद कांग्रेस को उम्मीद है कि राहुल गांधी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे। फिलहाल राहुल गांधी ज्वलंत मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरेंगे। इसके लिए राहुल गांधी राज्यों में रैलियों का आयोजन करेंगे और इसकी शुरूआत 28 जनवरी को जयपुर से होगी। राहुल गांधी आम लोगों को जोड़ने के लिए रोजी रोटी से जुड़े मुद्दों के जरिए केंद्र सरकार को घेरेंगे।
राहुल गांधी जयपुर के बाद अलग अलग राज्यों में रैलियां करेंगे। गौरतलब है कि पिछले साल कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। यहां तक कि उन्होंने हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों में पार्टी का ज्यादा प्रचार नहीं किया। जिसके बाद माना जा रहा था कि सोनिया गांधी अपनी बेटी प्रियंका गांधी को राजनीति में सक्रिय कर रही हैं। लेकिन नागरिकता कानून को लेकर राहुल गांधी फिर से पार्टी में सक्रिय हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से वह लगातार केन्द्र की मोदी सरकार और प्रधानमंत्री को घेर रहे हैं।
उधर राज्यों में नेताओं की नाराजगी को दूर करने के लिए कांग्रेस ने कांग्रेस शासित राज्यों में सरकार व संगठन के बीच तालमेल के समन्वय समिति के गठित किया है। ताकि इन राज्यों में किसी भी तरह की नाराजगी को दूर किया जा सके। हालांकि राजस्थान में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। लिहाजा राजस्थान के दौरे पर राहुल गांधी दोनों नेताओं के बीच रिश्ते बेहतर बनाने के लिए पहल कर सकते हैं।